#MNN@24X7 दरभंगा – बिहार सरकार भले ही स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने का दावा करे। लेकिन वहां की व्यवस्था किसी से छुपी हुई नही है। आये दिन सरकारी अस्पताल की कुव्यवस्था खबरों की सुर्खियां बनती है। लेकिन व्यवस्था सुधारने की जगह दिनों दिन बिगड़ती जा रही है। ताजा मामला उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का है। जहां एक आवारा कुत्ता इंसान के पैर को अपने मुंह मे दबाये खुलेआम परिसर में घूमता देखा गया। उसे खाने के लिए जगह तलाश कर रहा है। इस वीभत्स नजारे को देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए।

वही इस नजारे को देखने वाले स्थानीय राजा प्रसाद ने बताया चारदीवारी नही होने के वजह से आवारा कुत्ता व अन्य आवारा पशु घूमता रहता है। उसी का नतीजा है कि एक आवारा कुत्ता अपने मुंह में इंसान का पैर लेकर एनिथिसिया विभाग के परिसर में आ गया और उसे खाने की कोशिश करने लगा। जिसे देखकर भय और डर भी महसूस होने लगा। कहां से यह कुत्ता कटा हुआ इंसान का पैर लेकर आ गया।

इस संबंध में जब डीएमसीएच के उपाधीक्षक हरेन्द्र कुमार से बात किया तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा डीएमसीएच का बायो मेडिकल वेस्ट के लिए एजेंसी कार्यरत है।अस्पताल से जितने बायोमेडिकल वेस्ट निकलते हैं। सभी को पैक कर बायो मेडिकल वेस्ट के कर्मचारी को देते हैं। वो लोग उसे ले जाकर डिस्पोजल करते हैं। चूंकि इस कैंपस से सटे हुए भी बहुत सारे प्राइवेट अस्पताल है।

वही हरेन्द्र कुमार ने कहा कि हो सकता है कि उधर का ही हो। कुत्ता ही है कहीं भी लेकर कोई मानव अंग लेकर आ गया होगा।हमारा अस्पताल ओटी का बहुत सुरक्षित तरीके से कटे हुए बर्बाद मानव अंगों को हम लोग बायो मेडिकल वेस्ट एजेंसी को हमलोग सुपुर्द करते हैं। इस तरह फेंका नहीं जाता है। हमारे हॉस्पिटल का कोई भी कचरा बायोमेडिकल वेस्ट या हॉस्पिटल का कुछ भी हो खून से सना गॉज हो बैंडेज हो इन सबको रोड पर हमलोग नहीं फेंकते हैं।

ऐसे में अब सवाल यह उठता है की कुत्ता के पास इन्सान का पांव कहां से आया। अगर कुत्ता कही दूसरे जगह से पांव का हिस्सा DMCH लेकर आ भी गया तो, लाखो के खर्च पर तैनात सुरक्षा कर्मी क्या कर रहे थे। इस पूरे मामले में DMCH प्रशासन की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है। ये पहला मामला नहीं है इससे पहले भी DMCH में नवजात बच्चें का शव कुत्ता नोचता हुआ वीडियो सामने आया था।