#MNN@24X7 दरभंगा।मिथिला विभूति एवं मिथिला रत्न सरीखे अनेक विशिष्ट सम्मानोपाधि से अलंकृत वरिष्ठ मैथिली सेवी अधिवक्ता सियाराम चौधरी के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने बुधवार को उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर संस्थान की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।

मौके पर अपने शोक संदेश में उन्होंने उन्हें मिलनसार स्वभाव वाला मिथिला-मैथिली के विकास का सच्चा हितैषी बताया। उन्होंने कहा कि जीवनपर्यंत मिथिला व मैथिली के हितचिंतन में लगे रहने वाले सियाराम चौधरी बहुगुण संपन्न व्यक्तित्व थे। उन्होंने कहा कि हायाघाट प्रखंड के सहोरा ग्राम में जन्मे सियाराम चौधरी अनेक शैक्षणिक एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े थे और आजीवन अदालत में अपनी मातृभाषा मैथिली में जिरह करने के लिए चर्चित रहे। उनके निधन से हमने एक मैथिली सेवी संवेदनशील अधिवक्ता को खो दिया है।

दिवंगत अधिवक्ता का अंतिम दर्शन करने पहुंचे वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि अधिवक्ता सियाराम चौधरी की कर्तव्यनिष्ठा को देखते हुए बिहार सरकार ने उन्हें उत्पाद एवं मद्य निषेध का विशेष लोक अभियोजक बनाया था। अनेक वर्षों तक उन्होंने अपनी इस जवाबदेही का पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ पालन कर न सिर्फ मिसाल कायम की। बल्कि अपने कार्यकाल में सदैव चर्चा में बने रहे।

उनके निधन पर मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा, डा बुचरू पासवान, प्रो जीवकांत मिश्र, विनोद कुमार झा, प्रो विजय कांत झा, प्रवीण कुमार झा, दुर्गानंद झा, डा गणेश कांत झा, डा उदय कांत मिश्र, आशीष चौधरी, नवल किशोर झा आदि ने भी शोक जताया।