-प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को गति देने की कवायद होगी तेज।
-वर्तमान में जिले में 3553 टीबी मरीज उपचाराधीन।
-24 मार्च से 13 अप्रैल तक चलाए गए विशेष टीबी खोज अभियान के तहत 3943 लोगों का स्क्रीनिंग,52 टीबी मरीजों को किया गया चिन्हित।
#MNN@24X7 मधुबनी, 04 मई, देश को वर्ष 2025 तक पूर्णत: टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य है। इसे लेकर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान व्यापक पैमाने पर पूरे देश में संचालित किया जा रहा है। वहीं राज्य में वर्ष 2024 के अंत तक टीबी मुक्त भारत अभियान के उद्देश्य को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। लिहाजा आने वाले दिनों में अभियान को गति देने की कवायद तेज होने वाली है। इसी को लेकर गुरुवार को एएनएम सभागार में मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान संचारी रोग पदाधिकारी डॉक्टर जीएम ठाकुर ने बताया अब राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर पूरे राज्य में चल रहे इस महत्वकांक्षी अभियान की समीक्षा करने वाले हैं। समीक्षा से पूर्व राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल चोंग्थू ने इस आशय का पत्र सभी जिलों को भेजा गया है।
जिलाधिकारी को भेजे गये पत्र में जिलावार टीबी मरीजों की संख्या, रजिसर्ग्ड टीबी मरीजों की संख्या, रजिस्टर्ड निक्षय मित्रों का ब्योरा, वैसे मरीजों की संख्या जिन्हें सरकारी सहायता दी जा रही है। इससे संबंधी जानकारी पांच मई तक राजभवन को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। वहीं जिले में 24 मार्च से 13 अप्रैल तक विशेष टीबी खोज अभियान चलाया गया जिसमें 3943 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया जिसमें 52 टीबी के कंफर्म मरीजों को चिन्हित किया गया
अभियान की सफलता विभाग की प्राथमिकता :
सीडीओ ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान की सफलता को लेकर जिले में युद्धस्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने टीबी मरीजों को इलाज के दौरान पोषण सहायता, जांच व रोजगार से संबंधित सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से निक्षय मित्र के रूप में व्यक्ति, संस्था, एनजीओ, व्यवसायिक संस्थान, निर्वाचित प्रतिनिधि व सहकारी संस्थान का निंबंधन किया जा रहा है। उन्होंने बताया निक्षय मित्र के रूप में किसी संस्था व व्यक्ति के निबंधन को लेकर निक्षय पोर्टल संचालित है। ताकि कोई भी व्यक्ति आसानी से निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों को स्वेच्छा से मदद कर सकता है।
वर्तमान में 3553 टीबी मरीज उपचाराधीन :
डीपीसी पंकज कुमार ने बताया ने बताया वर्तमान में 3553 टीबी मरीज उपचाराधीन है जिसमें 2780 फूड बास्केट लेने की सहमति जताई है.वहीं जिले मे अप्रैल माह में 486 टीबी मरीजों की खोज की गई जिसमें 257 प्राइवेट संस्थान से एवं 218 सरकारी संस्थानों से वहीं एमडीआर के 11 मरीज चिन्हित किए गए। 154 यक्षमा मरीजों के बीच निक्षय मित्र के द्वारा 530 फूड बास्केट का वितरण किया गया है।
समीक्षा बैठक में डीपीसी पंकज कुमार, डीपीएस राजा राम भारती, अनिल कुमार, सत्य नारायण शर्मा, भुवन नारायण कंठ, अनिल कुमार,मोहम्मद अमीरूद्दीन, लैब टेक्निशियन, एसटीएस, एसटीएलएस, डॉक्टर्स फॉर यू , आई आई एच इंडिया, डीएफआईटी के कर्मी मौजूद रहे।