मछलीशहर,जौनपुर(उ.प्र.)। तहसील क्षेत्र के कजियाना कस्बे में मजदूरों द्वारा शौचालय निर्माण के लिए गड्ढा खोदाई किया जा रहा था। इसी दौरान खुदाई कर रहे मजदूरों को एक तांबे का लोटा मिला लोगों ने खोलकर देखा तो उसमें सोने के सिक्के थे। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार कजियाना कस्बे में मजदूरों को खोदाई में खजाना मिलते ही आंखें चमक उठीं वे लोग एक तांबे के लोटे में सोने के सिक्के जो पा गए। हालांकि उन्होंने इस बात की भनक किसी को नहीं लगने दी। बात फैलते फैलते किसी तरह पुलिस के पास पहुंची तो पुलिस ने पहुंच कर सिक्कों को कब्जे में ले लिया है। सभी सिक्के अंग्रेजी हुकूमत के समय के हैं साथ ही मजदूरों से पूछताछ जारी है। 
वहीं मजदूरी कर रहे कुछ मजदूर फरार हैं जिनको खोजा जा रहा है। यह मामला मछलीशहर पुरानी बाजार की मलका राइन की बेटी कजियाना मोहल्ले में रहती है। मकान के पीछे शौचालय निर्माण के लिए गड्ढे की खोदाई बीते मंगलवार को हो रही थी।  राजाबाबू और उसके पांच साथी काम कर रहे थे। करीब ढाई फीट भूमि खोदने के बाद एक बर्तन खनखना उठा। देखा तो वो तांबे को लोटा था। खोलने पर उसमें सोने के सिक्के दिखे।पहले तो भूत प्रेत के डर से उसे फेंक दिया, मगर फिर मजदूरों का मन बदला और जेब में सिक्के भरकर चले गए। इस बात की भनक उन्होंने किसी को भी नहीं लगने दी।

अगले दिन फिर से वो मौके पर पहुंचे और गड्ढे की खोदाई में जुट गए। मलका राइन के बेटे को किसी मजदूर ने सोने के सिक्के मिलने वाली बात की जानकारी दे दिया।
इसके बाद उसने काम कर रहे मजदूरों से सिक्का मांगने लगा तो उसे एक सिक्का दिया गया। शाम होते-होते घटना की जानकारी पुलिस तक पहुंची। प्रभारी निरीक्षक देवानंद रजक मौके पर पहुंचे। मलका राइन के पुत्र के साथ मजदूरों के पास गए। मजदूरों ने पहले तो ऐसी किसी घटना से इनकार किया मगर पुलिस ने सख्ती बरती तो उन्होंने सोने के सिक्के मिलने की बात स्वीकार की गई।

पुलिस की शक्ति बरतने पर मजदूरों ने पुलिस को सोने के 9 सिक्के दिए तो इस प्रकार कुल 10 सिक्के पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। तांबे के लोटे में कितने सिक्के थे ये अभी तक साफ नहीं है।  पुलिस मजदूरों से पूछताछ कर रही है। प्रभारी निरीक्षक देवानंद रजक ने कहा कि मैं मौके पर गया था। मजदूरों से संपर्क किया गया तो कुल 10 सिक्के मिले। सभी सिक्कों को सरकारी खजाने में जमा कर दिया गया है मजदूरों से पूछताछ जारी है क्षेत्रीय व पुलिस के हिसाब से सिक्के मिले लोटे के हिसाब से बहुत कम है।