#MNN@24X7 वाराणसी।देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में खजाने वाली देवी का दरबार रविवार 23 अक्टूबर से खुल जाएगा।धनतेरस से पूरे 4 दिनों तक भक्त मां अन्नपूर्णा के अद्भुत स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन कर देवी का खजाना पा सकेंगे।इस बार भक्तों में बांटने के लिए 5 लाख सिक्कों की व्यवस्था की गई है। शनिवार की मध्यरात्रि मां अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा की आरती की जाएगी।आरती के बाद भोर से भक्तों के लिए देवी का कपाट खुल जाएगा।आपको बता दें कि भक्त सिर्फ साल में 4 दिन ही देवी का दर्शन कर पाते हैं।
अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पूरी ने बताया कि 22 अक्टूबर की मध्यरात्रि में देवी की महाआरती के साथ खजाने की पूजा होती है।उसके बाद उसी खजाने को भक्तों में प्रसाद स्वरूप निःशुल्क बांटा जाता है।इस वजह से धनतेरस के दिन यहां देवी का दर्शन और खजाने के लिए भक्तों की भीड़ लगी होती है। उन्होंने बताया कि श्री अन्नपूर्णा मंदिर प्रबंधन ने इस बार आम सिक्कों के अलावा 30 किलो चांदी के विशेष सिक्के भी तैयार कराए हैं।जिसमें मां अन्नपूर्णा की तस्वीर उकेरी गई है।इसके अलावा अष्टधातु के सिक्के भी इस बार भक्तों में बांटे जाएंगे।
मन्दिर के महंत शंकर पूरी ने बताया कि मां अन्नपूर्णा अन्न की अधिष्ठात्री देवी है।भगवान शंकर ने भी काशी में मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी।मां अन्नपूर्णा ने भगवान शंकर को आशीर्वाद दिया था कि काशी में कोई भी भक्त भूखा नही सोएगा।मां के स्वर्णमयी दर्शन और खजाने का प्रसाद जो भी भक्त श्रद्धा से अपने घर ले जाता है और उसे रखता है उसे अन्न, धन की कभी कमी नही होती है।
(सौ स्वराज सवेरा)