#MNN@24X7 दरभंगा। बीते 10 दिन पूर्व रत्नोपट्टी मोहल्ला निवासी सोनू सहनी का लाश आम के पेड़ से लटका हुआ मिला था। इस घटना के बाद पुरे इलाका में दहशत का माहौल बना हुआ था। स्थानीय लोगो का हुजूम लगातार आंदोलन कर रहा है परंतु अब तक किसी भी दोषियों की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए अब सोनू सहनी के न्याय के लिए मिथिला स्टूडेंट यूनियन आगे आ गया है।

बुधवार को सैकड़ों ग्रामीणों के साथ एमएसयू के कार्यकर्ता नगर थाने का घेराव करने पहुंच गए। जिसकी घोषणा पूर्व में ही कर दी गई थी। इस अवसर नगर एमएसयू के सदस्यो ने कहा सोनू सहनी को एक साजिश के तहत जान से मार दिया गया है। जिसपर पुलिस प्रशासन की चुप्पी संदेह की ओर इशारा कर रहा है।

दोपहर 12 बजे के करीब में रत्नोपट्टी से सैकड़ों लोगो के साथ एमएसयू के सदस्य नारेबाजी करते हुए नगर थाना पर पहुंचे। मगर मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन पहले से सतर्क था। मुख्य द्वार को पहले से बंद कर दिया गया औऱ गस्ती दल को पहले से ही थाने पर खड़ा कर दिया गया था। जिसके बाद आंदोलनकारी मुख्य द्वार के आगे में ही बैठ कर आंदोलन करना शुरू कर दिये।

आंदोलन को बेनीपुर से जिला परिषद सदस्य सागर नवदिया एमएसयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना, दरभंगा नगर अध्यक्ष अर्जुन कुमार दास, नगर सचिव अविनाश सहनी, नीरज भारद्वाज, नगर मीडिया प्रभारी सुमित कुमार व अंकित भारद्वाज ने संबोधित करते हुए कहा की घटना के 10 दिन बीत जाने के बाबजूद अभी तक ना तो स्पीडी ट्रायल किया गया, ना ही डॉग स्क्वाड को घटनास्थल पर भेजा गया औऱ ना ही घटना में शामिल दोषियों को गिरफ्तार कऱ पूछताछ किया गया। उल्टा न्याय की मांग करने वाले लोगो पर फर्जी मुकदमा कऱ दिया किया गया है।उन्होंने बताया कि आज का आंदोलन 4 सूत्रीय मांग को लेकऱ है। जिसमें घटना में शामिल सभी दोषियों की गिरफ़्तारी हो। पीड़ित पक्ष पे किया गया सभी फर्जी एफआईआर वापस हो। पीड़ित पक्ष आर्थिक रूप से कमजोर हैं जिसको देखते हुए 20 लाख रुपया परिवार को मुआवजा के रूप में मिले। साथ ही रत्नोपट्टी औऱ आसपास के इलाके में इस तरह की घटनाएं लगातर हो रहा हैं जिसको देखते हुए इलाके में पुलिस गस्ती दल बढ़ाया जाए। ताकि इस तरह से होने वाली घटनाओं पर लगाम लगाया जा सके।

इसके बाद 5 सदस्यों के दल की वार्ता, थाना प्रभारी एचएन सिंह से हुई। उन्होंने आश्वासन दिया हैं की दोषियों को गिरफ्तार कर जाँच शुरू किया जाएगा। इसके लिए सीआईडी का भी मदद लिया जा रहा है। जो भी मुकदमा पुलिस प्रशासन के द्वारा पीड़ित पक्ष पर किया गया है। उसपऱ सकारात्मक पहल कर मुकदमा वापसी में सहयोग किया जाएगा। मुआवजा के लिए परिवार के सदस्यों से पेपर जमा कर उसे कल्याण विभाग को सौंपा जाएगा औऱ रत्नोपट्टी व आसपास के इलाका में पुलिस गस्ती दल को बढ़ाया जाएगा।

इसके बाद थाना प्रभारी खुद आंदोलनकारियों से वार्ता करने के लिए मुख्य द्वार पर पहुंच कर लोगो को आश्वास्त करने का काम किया। जिसके बाद आंदोलन को समाप्त कर दिया गया। तथा आंदोलनकारियों ने कहा पुलिस प्रशासन औऱ पीड़ित पक्ष के बिच एक गैप हो गया था। जिसे समाप्त कर परिवार को न्याय मिले इसके लिए आगे बढ़ा गया है।

साथ ही कहा गया मिथिला स्टूडेंट यूनियन पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हैं। अगर परिवार को न्याय नहीं मिलेगा तो हमलोग आगे सड़क पर उतर कर आंदोलन करने का काम करेंगे। यह आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि यह आंदोलन की एक शुरुआत है। न्याय मिलने तक हमलोग आंदोलन जारी रखेंगे।

उक्त बातो की सुचना एमएसयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना ने दिया है। इस आंदोलन में एमएसयू के नगर उपाध्यक्ष प्रिंस ठाकुर, लहेरियासराय जोन प्रभारी विशाल कबीर, विश्वविद्यालय कोषाध्यक्ष नारायण मिश्रा, दरभंगा जोन प्रभारी अमित कुमार, संत कुमार, कन्हैया सहनी, सुजीत राम, मोनू सहनी, प्रेमानन्द सहनी, प्रकाश झा, बिट्टू साह, बबलू सहनी, आकाश कुमार सहनी, उरिया देवी, बबिता देवी, गीता देवी, दीपा देवी, भारती देवी, माला देवी और गौरव कुमार समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।