#MNN@24X7 दरभंगा, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा ने नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल यानी नैक ग्रेडिंग के लिए तैयारी शुरू की दी है। इसको लेकर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह विशेष ध्यान दे रहे हैं। बीते माह से माननीय कुलपति कई विभागों के तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
इसी कड़ी में दिनांक 28.02.2023 (मंगलवार) को कुलपति के समक्ष मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान एवं संगीत एवं नाट्य विभागों के विभागाध्यक्षों/प्राध्यापकों ने नैक ग्रेडिंग को लेकर अब तक विभागों की ओर से किए गए तैयारियों का लेखा-जोखा निर्धारित प्रारूप में प्रस्तुत किया। कुलपति महोदय ने तैयारियों का अवलोकन करने के बाद डेटा में कई सुधार करने का निर्देश दिया, ताकि विश्वविद्यालय को अच्छी ग्रेडिंग मिल सके। उन्होंने कहा कि विभाग में कमियों को दूर करने बाद इसका सीधा फायदा विश्वविद्यालय समेत प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं के साथ समाज को मिलेगा।
प्रो. सिंह ने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय एक सरकारी विश्वविद्यालय है। ऐसे में, यहां के सुधारों का सीधा फायदा मध्यम वर्गीय छात्र-छात्राओं को मिलेगा। उन्होंने कहा कि रिसर्च टॉपिक ऐसे हों, जिनका प्रोटोटाइप के साथ कॉमर्शियल यूज भी किया जा सके, ताकि फायदा समाज को मिले। इसके लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग को ज्यादा जोर देने की जरूरत है। जहां हो चुके रिसर्च और चल रहे रिसर्च से जुड़ी सभी जानकारियां एक ही जगह हों। इसके अलावा, टीचिंग और रिसर्च फैकल्टी की क्वालिटी पर विशेष जोर दें, जिसका फायदा यहां रिसर्च कर रहे छात्र-छात्राओं को हो। साथ ही, छात्र-छात्राओं को प्रजेंटेशन देने का भी मौका दें।
प्रति-कुलपति प्रो. डॉली सिन्हा ने कहा कि मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान एवं संगीत एवं नाट्य विभागों के इस प्रस्तुति का मुख्य उद्देश्य नैक की टीम के आगमन से पूर्व विश्वविद्यालय के सभी विभाग अपनी तमाम कमियों को दूर करने साथ ही इसको और बेहतर कर सके। साथ ही नैक द्वारा जो सूचनाएं मांगी गई हैं, वे प्रमाणिकता के साथ प्रस्तुत कर सके, जिससे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को बेहतर नैक ग्रेड इस बार मिल सके।
कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने कहा कि सभी विभाग पठन-पाठन के साथ विश्वविद्यालय में हॉल ऑफ फेम, एलुमनाई नेटवर्किंग एंड कनेक्ट, ग्रीन कैंपस इनिशिएटिव, हॉस्टल मैनेजमेंट और सोशल आउटरीच पर भी फोकस करें, ताकि छात्र-छात्राएं से लेकर फैकल्टी और अन्य को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन नैक टीम के निरीक्षण को देखते हुए पूरी गंभीरता से काम कर रहा है। अच्छी ग्रेडिंग मिले इसके लिए हम पूरी मेहनत कर रहे हैं, क्योंकि इसका फायदा विश्वविद्यालय समेत यहां आने वाले छात्र-छात्राओं को भी मिलेगा। बेहतर नैक ग्रेडिंग से हमें कई फंड मिल सकेंगे, जिससे विश्वविद्यालय का काफी विकास होगा। इसके लिए हमें हर किसी का सहयोग चाहिए। विश्वविद्यालय के लिए एनआईआरएफ और नैक की ग्रेडिंग बेहद जरूरी है। पूरी मेहनत करेंगे और अच्छे ग्रेड हासिल करेंगे।
आईक्यूएसी निदेशक डॉ. मो. ज्या हैदर ने सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि पहले फेज की समीक्षा का दौर पूरा हो गया है। अब कुलपति महोदय ने सभी विभागों को जो सुधार करने के लिए आदेश दिए हैं, उस में विभागों की ओर से सुधार करने के बाद दूसरे फेज की समीक्षा बैठक जल्द ही शुरू की जाएगी।
बैठक में मनोविज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. ध्रुव कुमार, समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. मो. शाहिद हसन, गृह विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्या रानी हंसदा एवं संगीत एवं नाट्य के विभागाध्यक्ष प्रो. पुष्पम नारायण के साथ ही उक्त चार विषयों के विभागीय शिक्षक एवं आइक्यूएसी कोर-कमेटी के सदस्य डॉ. दिवाकर झा शामिल थे।