#MNN@24X7 दरभंगा, 08 मई, जिलाधिकारी के कार्यालय प्रकोष्ट में जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन की अध्यक्षता में मिशन शक्ति अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं के अनुश्रवन को लेकर बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया कि ‘मिशन शक्ति’ मिशन मोड में एक योजना है, जिसका उद्देश्य महिला सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिए समर्थन को मजबूत बनाना है।
उन्होंने कहा कि यह योजना संपूर्ण जीवन चक्र में महिलाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर विचार करने और उनके जीवन में बदलाव लाएगी तथा उन्हें नागरिक-स्वामित्व के माध्यम से राष्ट्रनिर्माण में समान भागीदार बनाएगी।
उन्होंने आगे यह भी बताया कि मिशन शक्ति की दो उप-योजनाएं हैं यथा – *’संबल’ और ‘सामर्थ्य’*, जहाँ “संबल” उप-योजना महिलाओं की सुरक्षा के लिए है, वहीं’सामर्थ्य’ उप-योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए है।
‘संबल’ उप योजना के घटकों में नारी अदालतों के एक नए घटक के साथ वन स्टॉप सेंटर (ओ.एस.सी.), महिला हेल्पलाइन (डब्ल्यू.एच.एल.), बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (बी.बी.बी.पी.) की पूर्ववर्ती योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा यह योजना समाज और परिवार के भीतर वैकल्पिक विवाद के समाधान एवं लैंगिक न्याय को बढ़ावा देने का काम करेगी।
‘सामर्थ्य’ उप-योजना के घटकों में उज्ज्वला, स्वाधारगृह और कामकाजी महिला छात्रावास की पूर्ववर्ती योजनाओं को संशोधनों के साथ शामिल किया गया है। इसके अलावा, कामकाजी माताओं के बच्चों के लिए राष्ट्रीय क्रेच योजना और विशिष्ट आई.सी
डी.एस. के तहत प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पी.एम.एम.वी.वाई) की मौजूदा योजनाओं को अब इस योजना में शामिल किया गया है। योजना में आर्थिक सशक्तिकरण के लिए गैप फंडिंग का एक नया घटक भी जोड़ा गया हैI
केन्द्र प्रशाशक, वन स्टॉप सेंटर अजमतुन निशा द्वारा वन स्टॉप सेंटर, बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयीI वन स्टॉप सेंटर के सफल क्रियान्वयन हेतु मानव बल में रिक्त पदों पर बहाली करने पर चर्चा की गयी।
जिलाधिकारी द्वारा वन स्टॉप सेंटर, बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया गया।
जिला प्रोग्राम समन्वयक ऋषि कुमार द्वारा बताया गया कि केन्द्र सरकार की महिला बाल विकास मंत्रालय द्वारा मिशन शक्ति अन्तर्गत संचालित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को वित्तीय वर्ष 2023- 24 के तहत 35,306 लाभुकों को लाभ देने का लक्ष्य दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस योजना में प्रथम संतान के लिए लाभुक महिला को पाँच हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दो किस्तों में दी जाती है, जिसमें प्रथम किस्त के तीन हजार रुपए गर्भावस्था के शीर्घ पंजीकरण पर और कम से कम एक प्रसव पूर्व जाँच कराने के बाद दिए जाते हैं।जबकि, दूसरी किस्त के दो हजार रुपए बच्चे के जन्म के पंजीकरण के बाद और बच्चे को बी.सी.जी, ओ.पी.वी, डी.पी.टी. और हेपेटाइटिसबीया इसके समकक्ष का पहला चक्र का टीका लगने के बाद दिए जाते हैं। वहीं, द्वितीय संतान (कन्या) होने पर लाभुक महिला को कन्या शिशु के जन्म होने पर छह हजार रुपए एक ही किस्त में देने का प्रावधान है। योजना का लाभ पाने के लिए लाभुक को अपने आँगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम या विभागीय पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होता है।
जिलाधिकारी ने जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को मिशन शक्ति अन्तर्गत संचालित सभी योजनाओं के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवन करने का निर्देश दिया गया, ताकि योजनाओं का संचालन नियमित ढंग से हो सके।
उन्होंने समाहरणालय परिसर में कर्यरत महिलाओं के छोटे बच्चे के लिये एक आकर्षक व मनोरंजक पालना घर बनवाने के निर्देश दिए।
उक्त बैठक में उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला योजना पदाधिकारी नवीन कुमार, जिला प्रोग्राम सहायक गोविन्द कुमार एवं अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।