•अब तक जिले के 70 से अधिक नौनिहालों को मिल चुकी है नई जिन्दगी।
•आरबीएसके की टीम ने बच्चों को किया था चयनित।
#MNN@24X7 मधुबनी, 28 सितंबर, बाल हृदय योजना, जन्मजात दिल में छेद से ग्रसित बच्चों के लिए जीवनदायनी साबित हो रही है। मधुबनी जिले के अब तक कई बच्चों की इस योजना के तहत सर्जरी की जा चुकी है।
इसी कड़ी में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम के द्वारा चयनित मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड के आदर्श कुमार (पिता मनोज कुमार राय), मधेपुर प्रखंड के अमरनाथ कुमार पासवान (पिता आजाद पासवान),लौकही प्रखंड के मोहम्मद सैफुल (पिता अकील अहमद), बासोपट्टी प्रखंड के रिवांशु कुमार (पिता रंजीत मंडल)को आरबीएसके टीम द्वारा चिह्नित कर गुरुवार को मधुबनी से पटना एंबुलेंस से भेजा गया। जहां से उन्हें सफल ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजा जाएगा।
वहीं बुधवार को मधेपुर प्रखंड की रिद्धि कुमारी (पिता प्रमोद राउत), एवं अंकुश सिंह (पिता अनिल कुमार सिंह) को आईजीआईसी पटना भेजा गया। जिसमें बच्चे के साथ अभिभावक भी गए। बच्चे के अभिभावक के आने-जाने एवं खाने-पीने, इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। ऑपरेशन सत्य साईं अस्पताल अहमदाबाद में सरकारी खर्चे पर किया जाएगा। बच्चे का ऑपरेशन बाल हृदय योजना के तहत हार्ट का निःशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा।
जिले से अब तक 70 से अधिक बच्चे को ऑपरेशन के लिए भेजा गया अहमदाबाद :
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. दीपक कुमार गुप्ता ने बताया कि मधुबनी जिले से 4 बच्चे को दिल के ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजा गया है । अबतक जिले में 70 से अधिक बच्चे का ऑपरेशन किया गया है।
प्रखंड स्तर पर आरबीएसके की टीम करती है स्क्रीनिंग :
सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने बताया कि इस योजना के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों की पहचान के लिए जिलास्तर पर स्क्रीनिंग की जाती है। व आरबीएसके टीम के सदस्य आंगनबाड़ी और सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में बच्चों कि स्वास्थ्य जाँच करती हैं । जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों के अलावा अन्य अधिकारी भी शामिल होते हैं। जहां से बच्चों को इलाज के लिए आईजीआईएमएस, आईजीआईसी पटना या फिर अहमदाबार रेफर किया जाता है। स्क्रीनिंग से लेकर इलाज पर आने वाला पूरा खर्च सरकार उठाती है। किसी बच्चे के हृदय में छेद हो जाता तो किसी को जानकारी रहती नहीं है। बाद में कुछ उम्र के बाद बच्चों को कई तरह की कठिनाई होने लगती है। इसको ध्यान में रखते हुए यह बच्चों की निःशुल्क जांच एवं इलाज की व्यवस्था की गयी है।
एंबुलेंस की सुविधा नि:शुल्क:
बाल हृदय योजना के तहत बच्चों को नि:शुल्क एंबुलेंस की सुविधा मुहैया करायी जाती है। बच्चों को घर से अस्पताल या अहमदाबाद जाने के लिए एयरपोर्ट, या अस्पताल से घर तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा मुहैया करायी जाती है। जिसका खर्च विभाग की तरफ से वहन किया जाता है। आरबीएसके कार्यक्रम मुख्य रूप से बच्चों की बीमारी दूर करने का कार्यक्रम है। इसके तहत कई बीमारी का इलाज किया जा रहा है। टीम के सदस्य ऐसे गांव में पीड़ित परिवार से जाकर मिलते हैं। उन्हें सरकारी कार्यक्रम की जानकारी देते हैं। इसके बाद बच्चों का इलाज होता है।