25 से 27 नवम्बर तक तीन दिवसीय कार्यक्रम का एमएलएसएम काॅलेज परिसर में किया जायेगा आयोजन
शिरकत करेंगी अनेक महत्वपूर्ण हस्तियां
लगातार तीन दिनों तक बहेगी साहित्य, संगीत व कला की त्रिवेणी
#MNN@24X7 दरभंगा, मिथिला के महान विभूतियों को यथोचित सम्मान प्रदान करते हुए आने वाली पीढ़ी को उनके कृतित्व से रूबरू कराने के उद्देश्य से प्रति वर्ष साहित्यिक एवं सांस्कृतिक महाकुंभ के रूप में मिथिला विभूति पर्व समारोह का आयोजन मिथिला-मैथिली के उत्कर्ष का जीवंत प्रतीक है। यह बात विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने वृहस्पतिवार को विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि 51वें समारोह के दौरान मिथिला की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करने के साथ ही मिथिला की गौरवशाली धरोहर से नई पीढ़ी को रूबरू कराने पर विशेष जोर रहेगा। उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य से इस वर्ष मिथिला पेंटिंग व व्यंजन प्रदर्शनी के साथ ही साहित्य अकादमी, दिल्ली व मैथिली अकादमी, पटना के सौजन्य से आकर्षक पुस्तक मेला का आयोजन तीनों दिन किया जाएगा।
डॉ बैजू ने बताया कि इस बार तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन पूर्व की भांति एमएलएसएम काॅलेज परिसर में किया जायेगा। जबकि इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्घाटन करने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, बिहार के राज्यपाल, अनेक केन्द्रीय मंत्री सहित नेपाल के पूर्व राष्ट्रपति डॉ रामवरण यादव, पूर्व उप राष्ट्रपति परमानन्द झा, सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को आमंत्रित किया गया है।
कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, बिहार सरकार के काबीना मंत्री संजय झा, विजय कुमार चौधरी, डॉ अशोक कुमार चौधरी, ललित कुमार यादव, मदन सहनी, पूर्व मंत्री जीवेश मिश्र व डॉ. राम प्रीत पासवान, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ. सीपी ठाकुर एवं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, लोकसभा सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर, डॉ. अशोक कुमार यादव, राज्य सभा सांसद विवेक ठाकुर, नगर विधायक संजय सरावगी, बेनीपुर विधायक डॉ विनय कुमार चौधरी, केवटी विधायक डॉ मुरारी मोहन झा, बिस्फी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल, पूर्व विधान पार्षद डॉ. दिलीप कुमार चौधरी, अलीनगर के विधायक डॉ मिश्री लाल यादव, राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर एवं फैयाज अहमद, दरभंगा के जिला पदाधिकारी आदि ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक आयोजन में नई पीढ़ी के कलाकारों एवं कवियों को अधिक अवसर प्रदान किए जाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस बार समारोह के पहले एवं दूसरे दिन विद्यापति गीत-संगीत पर विशेष फोकस रहेगा। जबकि तीसरे दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जाएगा।
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में राइजिंग स्टार मैथिली ठाकुर और अंतरराष्ट्रीय हास्य कवि मिथिला के लाल शंभु शिखर आकर्षण के केंद्र में होंगे। जबकि रंजना झा, डा ममता ठाकुर, पूनम मिश्रा, जूली झा, पं कुंज बिहारी मिश्र, राम बाबू झा, माधव राय, विकास झा, कृष्ण कुमार कन्हैया, दुखी राम रसिया, दीपक कुमार झा, नीरज कुमार झा, केदारनाथ कुमर, सुषमा झा, अनुपमा झा, खुशबू मिश्रा, मशहूर शंखवादक विपिन मिश्र, नटराज डांस एकेडमी, सृष्टि फाउंडेशन एवं धरोहर सांस्कृतिक मंच आदि की प्रस्तुति लोगों का भरपूर मनोरंजन करेगा।
डॉ बैजू ने बताया कि कवि कोकिल विद्यापति के निर्वाण दिवस पर विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान आगामी 25, 26 एवं 27 नवम्बर को होने वाले तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व के 51वें वार्षिक समारोह की विधिवत शुरुआत 25 नवम्बर को प्रातः बेला में होगी। उस दिन विद्यापति चौक स्थित महाकवि विद्यापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ होगा। इसके उपरांत मिथिला के पारंपरिक परिधान में शोभायात्रा निकाली जाएगी तथा मार्ग में पड़ने वाले सभी विभूतियों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। शोभा-यात्रा प्रभारी विनोद कुमार झा एवं विजयकांत इसकी तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हैं।
डॉ बैजू ने बताया कि समारोह के पहले दिन के कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के आधार पर मिथिला विभूति सम्मान के लिए चयनित मिथिलावासी एवं प्रवासी मैथिल को सम्मानित किया जाएगा। जबकि समारोह के दूसरे दिन ‘मिथिलाक गाम’ विषयक राष्ट्रीय सेमिनार एवं भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
सेमिनार संयोजक मणिकांत झा ने बताया कि सेमिनार के लिए प्रस्तावित विषय पर तीन दर्जन से अधिक आलेख प्राप्त हुए हैं, जिन्हें पुस्तक आकार में प्रकाशित किए जाने का कार्य अंतिम चरण में है और समारोह के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में इस पुस्तक का लोकार्पण किया जाएगा। मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने बताया कि समारोह के दूसरे दिन संध्या बेला में आयोजित कवि गोष्ठी में विद्यापति सेवा संस्थान की मुख पत्रिका ‘अर्पण’ के स्मृति विशेषांक का लोकार्पण किया जाएगा। जबकि हरिश्चंद्र हरित के संयोजन में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से मैथिली के स्वनामधन्य कवि एवं कवियित्री शिरकत करेंगे।
हरिश्चंद्र हरित ने बताया कि कवि सम्मेलन के दौरान विगत वर्ष मंच से पढ़ी गई एवं इस वर्ष पढ़ी जाने वाली कविताओं के संग्रह ‘काव्यार्पण’ के पुस्तक आकार में प्रकाशित किया जाएगा।
विनोद कुमार झा ने 51वें समारोह की शोभायात्रा की चल रही तैयारी के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस बार शुभंकरपुर से निकलकर शोभा यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए विद्यापति चौक पहुंचेगी।आशीष चौधरी ने कार्यक्रम से युवाओं को सीधे जोड़़ने के लिए उनके संयोजन में चल रही तैयारियों की जानकारी दी। मणिभूषण राजू ने अंतरराष्ट्रीय मिथिला पेंटिंग प्रतियोगिता के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ाभाई, डा उदय कांत मिश्र, पुरुषोत्तम वत्स, मिथिलेश मिश्र आदि ने भी अपने महत्वपूर्ण विचार रखे।