#MNN@24X7 दरभंगा, 14 अगस्त श्रम अधीक्षक, दरभंगा किशोर कुमार झा द्वारा बताया गया कि हायाघाट प्रखंड अंतर्गत के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी सुश्री साधना भारती के नेतृत्व में हायाघाट प्रखण्ड, दरभंगा के विभिन्न दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में धावा दल की टीम द्वारा सघन जाँच अभियान चलाया गया।
सघन जाँच अभियान के दौरान धावा दल की टीम द्वारा *नाश्ता मिठाई का दुकान,बलहा चौक, हायाघाट दरभंगा से 01 बाल श्रमिक* को विमुक्त कराया गया।
विमुक्त बाल श्रमिक को बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थापित कर निर्देशानुसार उन्हें बाल गृह में रखा गया है।
श्रम अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि पात्र बाल श्रमिक को शैक्षणिक पुनर्वास के अतिरिक्त तीन हजार रुपये की तत्काल सहायता राशि तथा माननीय मुख्यमंत्री राहत कोष से पच्चीस हजार रूपए की राशि भी दी जाती है।
अठारह वर्ष की आयु पूरी करने की अवधि तक का एफडी कराया जाता है,जो उनके आगे की पढ़ाई या अन्य कार्यों में मदद के लिए प्राप्त होता है।
साथ ही उनके परिवार को प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न विभागों की कल्याणकारी योजनाओ से आच्छादित भी कराया जाता है, जिसकी मॉनिटरिंग जिलाधिकारी के द्वारा प्रत्येक माह के जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में विभिन्न विभागों के पदाधिकारीयों से की जाती है।
धावा दल की टीम के द्वारा आज हायाघाट प्रखण्ड दरभंगा के विभिन्न क्षेत्रों एवं सभी दुकान एवं प्रतिष्ठान में सघन जांच की गई तथा सभी नियोजकों से किसी भी बाल श्रमिक को नियोजित नहीं करने हेतु एक शपथ पत्र भरवाया गया।
उन्होंने कहा कि आज की इस धावा दल टीम के सदस्य के रूप में सहाना प्रवीण,श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी बहादुरपुर, प्रेम कुमार शाह श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी जाले एवं अन्य शामिल थे।
श्रम अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि धावा दल नियमित रूप से प्रत्येक सप्ताह संचालित होगा तथा दरभंगा शहर के अलावा सभी अनुमंडल मुख्यालय एवं प्रखंड मुख्यालयों में भी धावा दल संचालित किया जाएगा।
बाल श्रमिकों को नियोजित करने वाले नियोजकों के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।