बिहार में हो चुका है नदियों का मैनेजमेंट
बाढ़ नियंत्रण में ड्रोन का हो सकता है बेहतर उपयोग : मंत्री
दरभंगा। राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा आज यहां कहा कि बाढ़ विश्व की प्रकृति है। बिहार में गंडक, बागमती, कोशी, कमला नदी का पानी नेपाल से आता है। नेपाल से वार्ता भारत सरकार के अधिकार क्षेत्र में है। बिहार सरकार द्वारा अपनी बात भारत सरकार तक पहुंचायी जाती रही है। जल संसाधन मंत्री आज दिल्ली मोड़ स्थित एक निजी होटल में एफ.एम.आई.सी. एवं विश्व बैंक द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान कटाव निरोधक कार्य एवं आपदा प्रबंधन कार्य में बहुत बड़ी राशि व्यय होती है। यदि इस पर नियंत्रण प्राप्त हो जाय, तो बिहार का तेजी से विकास होगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रबंधन में नई तकनिकी का समावेश इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। बाढ़ नियंत्रण के लिए ड्रोन का बेतहर उपयोग किया जा सकता है।
हमारा उद्देश्य है सभी नदियों को एक प्लेटफॉर्म पर लाना, यदि बिहार वाटर मैनेजमेन्ट कर लिया, तो इसकी सुरत अलग होगी। इसके लिए संकलित डाटा का प्रेषण करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जो नये अभियंता विभाग में आए हैं, उन्हें अन्य देशों में वाटर मैनेजमेन्ट को देखने हेतु भेजा जाय, ताकि नई तकनीक का प्रवेश वाटर मैनेजमेन्ट सिस्टम में किया जा सके।
इस अवसर पर सचिव, जल संसाधन विभाग संजय कुमार अग्रवाल, अभियंता प्रमुख (बाढ़), मुख्य अभियंता (योजना एवं निगरानी बाढ़), मुख्य अभियंता (बाढ़ नियंत्रण), अधीक्षण अभियंता के साथ सभी संबंधित अभियंतागण एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभियंतागण उपस्थित थे।
इस अवसर पर सचिव, जल संसाधन विभाग ने कहा कि बाढ़ प्रबंधन में नई तकनीक का किस प्रकार प्रयोग कर इसे बेहतर बनाया जा सके, इसी उद्देश्य को लेकर यह कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।