-हर शनिवार को सदर अस्पताल में होगा हाइड्रोसील का ऑपरेशन।
-सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक फाइलेरिया क्लीनिक चलेगी।

#MNN24X7 मधुबनी , 30 दिसंबर। जिले को फाइलेरिया बीमारी से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से ज़िले के सभी पीएचसी में फाइलेरिया क्लीनिक (एमएमडीपी) शुरू की जाएगी। जिसकी शुरुआत भी कर दी गई है। वर्तमान में जिले के तीन पीएचसी राजनगर, लदनियां, लखनौर में क्लीनिक की शुरुआत कर दी गई है। वहीं विभाग द्वारा एक नई पहल करते हुए प्रत्येक शनिवार को सदर अस्पताल में हाइड्रोसील का ऑपरेशन किया जाएगा। वहीं जिले में वर्तमान में फाइलेरिया मरीज की संख्या 1100 से अधिक है।

परजीवी क्यूलैक्स फैंटीगंस मादा मच्छर के काटने से फैलता है फाइलेरिया:

जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विनोद कुमार झा ने बताया कि फाइलेरिया (हाथीपांव) मरीजों की देखभाल के लिए सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी में रुग्णता प्रबंधन एवं विकलांगता रोकथाम (एमएमडीपी) फाइलेरिया क्लीनिक का शुभारंभ किया जाएगा। जिसके माध्यम से फाइलेरिया से बचाव, उपचार तथा लक्षणों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही एमडीए कार्यक्रम के तहत दवा सेवन कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। परजीवी क्यूलैक्स फैंटीगंस मादा मच्छर के काटने से फाइलेरिया बीमारी फैलती है। जब यह मच्छर किसी फाइलेरिया से ग्रस्त व्यक्ति को काटता है तो वह संक्रमित हो जाता है। फिर यह मच्छर किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काटता है तो फाइलेरिया के विषाणु रक्त के माध्यम से उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया से ग्रसित कर देते हैं। लेकिन ज्यादातर संक्रमण अज्ञात या मौन रहते और लंबे समय बाद इनका पता चल पाता है। इस बीमारी का कारगर इलाज नहीं है। इसकी रोकथाम ही इसका समाधान है।

सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक फाइलेरिया क्लीनिक रहेगी कार्यरत:

एफएलसी एनसीडी सेल लक्ष्मीकांत झा, ने बताया कि फाइलेरिया क्लीनिक शुरू होने से स्थानीय मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने में कोई परेशानी नहीं होगी। हालांकि पहले भी दवा दी जाती थी लेकिन क्लीनिक नहीं होने से थोड़ी परेशानी होती थी। लेकिन अब यहां के मरीजों को किसी तरह की कोई असुविधा नहीं होगी। फाइलेरिया क्लीनिक का संचालन प्रतिदिन सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक होगा। इसमें हाथीपांव के मरीज सलाह, उपचार एवं सफाई को लेकर प्रतिनियुक्त प्रशिक्षित स्टाफ़ नर्स (जीएनएम) से जानकारी ले सकते हैं।