विचारधारा और कांग्रेस से जुड़ने पर प्रशांत किशोर का दो टूक जवाब, बोले- कांग्रेस को ज्वाइन करने और छोड़ने की कोई बात नहीं, कांग्रेस बिहार की दुर्दशा के लिए सबसे अधिक जिम्मेवार है।

#MNN@24X7 खगड़िया, जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर से पूछे गए सवाल कि आपकी विचारधारा कांग्रेस के करीब है, कांग्रेस आपको ऑफर करती है तो आप उसके साथ जाएंगे? इसका जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस को ज्वाइन करने और छोड़ने की कोई बात नहीं, कांग्रेस बिहार की दुर्दशा के लिए सबसे जिम्मेदार पार्टी है।

प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने अपनी विचारधारा को लेकर बताया था कि हम गांधी जी से प्रेरित होकर ये पूरा अभियान चला रहे हैं तो विचारधारा के आधार पर हमारी विचारधारा वही होगी जो महात्मा गांधी जी ने बताया होगा। जिस विचारधारा को आज की कांग्रेस दावा करती है कि वो इस वैचारिक स्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं (we represent this ideological space), मैंने ये कहा कि अगर आप मुझे किसी में फिट करना चाहेंगे, तो मेरी विचारधारा वो विचारधारा होगी जो कांग्रेस आज दर्शाने का दावा कर रही है। क्योंकि वही विचारधारा महात्मा गांधी की विचारधारा है, उसी से प्रेरित होकर जन सुराज अभियान चलाया जा रहा है।

लालू जी बिहार में 1 बार ही जीतकर आए, बाकी समय कांग्रेस की बैसाखी की मदद से ही उन्होंने सरकार चलाई: प्रशांत किशोर।

जबसे हमने पदयात्रा शुरू की है ये कहीं ना कहीं आजादी के पहले जो कांग्रेस थी, महात्मा गांधी के समय जो कांग्रेस थी उस विचारधार को पुनर्जीवित करने का प्रयास है, अभियान है। इसमें कांग्रेस को ज्वाइन करने, छोड़ने की कोई बात नहीं। कांग्रेस बिहार की दुर्दशा के लिए सबसे जिम्मेदार पार्टी रही है। लालू जी बिहार में 1 बार ही जीतकर आए, बाकी समय कांग्रेस की बैसाखी की मदद से ही उन्होंने सरकार चलाई। कांग्रेस ने 25-30 सांसदों के लालच में बिहार को लालू जी के हवाले छोड़ दिया। ऐसा नहीं है कि कांग्रेस को ये बात पता नहीं थी कि बिहार में क्या हो रहा है। बिहार पिछड़ रहा है, बिहार में पलायन है, रोजगार नहीं मिल रहा है। इन सबके बावजूद कांग्रेस ने बिहार में लालू जी का शासन चलवाया क्योंकि उनको 20-30 सांसदों का लालच था।