सहकारिता के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति का भी आर्थिक रूप से उत्थान संभव- मंजीत चौधरी।

नवटोली गांव के 11 जरूरतमंद महिलाओं के अपराजिता नामक स्वयं सहायता समूह का हुआ गठन।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग द्वारा दरभंगा के खुटवारा पंचायत स्थित गोद लिए गए गांव नवटोली (गौसाघाट) में विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो के नेतृत्व में शिक्षकों एवं छात्रों ने चलाया जनसंपर्क अभियान। इस दौरान नवटोली के व्यवसायियों, जनप्रतिनिधियों, युवाओं, शिक्षकों, किसानों, छात्र- छात्राओं एवं महिलाओं आदि से संपर्क कर उनसे गहन विचार- विमर्श कर वहां की मूल समस्याओं एवं उनकी जरूरतों का अध्ययन किया। सदस्यों ने कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण करते हुए नियमानुसार किए जाने वाले विभिन्न कल्याणकारी कार्यों एवं जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी ग्रामीणों को दी।

खुटवारा पंचायत के मुखिया ब्रजेश कुमार राय ने टीम का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा नवटोली गांव को गोद लिए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त किया तथा भविष्य में हर तरह से सहयोग का आश्वासन दिया। वहीं ग्रामीणों में भी प्रसन्नता देखी गई। निरीक्षण टीम में विभागाध्यक्ष के साथ संस्कृत- प्राध्यापक सह कार्यक्रम संयोजक डा आर एन चौरसिया, विभागीय प्राध्यापिका डा मोना शर्मा, शोधार्थी सदानंद विश्वास तथा सहकार भारती के दरभंगा प्रमंडल के संयोजक मंजीत कुमार चौधरी आदि शामिल थे।

विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो ने कहा कि इन ग्रामीणों को जागरूक एवं आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि वे स्वाबलंबी एवं आर्थिक रूप से मजबूत हो सके और अपने बाल- बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ा- लिखा सके।

संयोजक डा आर एन चौरसिया ने बताया कि विभाग के सद्प्रयास से जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों, सामाजिकों, प्रशासनिकों एवं विविध एनजीओ आदि के माध्यम से जागरूकता, विकास एवं जनकल्याण के कार्यों को समय- समय किया जाएगा, क्योंकि नवटोली गरीब, पिछड़ा एवं दलित गांव है।

डा मोना शर्मा ने कहा कि विशेष रूप से यहां की महिलाओं को प्रशिक्षित कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाएगा, तभी वास्तविक विकास एवं लोगों का कल्याण होगा। बदलते समय में महिलाओं को भी आर्थिक रूप से सबल होना आवश्यक है।

सहकार भारती के दरभंगा प्रमंडल के संयोजक मंजीत कुमार चौधरी ने बताया कि सहकारिता के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति का भी आर्थिक रूप से उत्थान संभव है, ताकि समाज का सर्वांगीण विकास हो सके और समरस समाज की कल्पना को साकार किया जा सकता है। उन्होंने लोगों को स्वावलंबी बनाने के लिए मशरूम खेती, जैविक खेती करने तथा कीटनाशक व उर्वरक आदि बनाने का नि:शुल्क प्रशिक्षण दूंगा।

इस अवसर पर नवटोली गांव के 11 जरूरतमंद महिलाओं के अपराजिता नामक स्वयं सहायता समूह, नवटोली गौसाघाट, दरभंगा का गठन किया गया, जिसमें दुर्गा देवी, बुचिया देवी, गीता देवी, नीरो देवी, सावित्री देवी, विभा देवी, राम विवेकी देवी, रूबी देवी, शीला देवी, अनुसूया देवी तथा सीता देवी के नाम शामिल हैं।

निरीक्षण के दौरान सदस्यों ने मुखिया ब्रजेश कुमार राय, पंचायत समिति सदस्य शैलो देवी, वार्ड सदस्य विनोद साह, प्रधानाध्यापक मो हिफजुल रहमान, ललन कुमार यादव, विकास बिहारी, वीरेन्द्र यादव, लालबाबू यादव, विजय यादव, तेज नारायण, अभिषेक राम दुलारी कुमारी, रमन कुमार, सचिन कुमार, संगीता, सकलदेव यादव, राम ज्योति देवी, फूलो देवी, राजो देवी, मुस्कान, सुधीर कुमार, सीता देवी, रंजू देवी तथा मुरारि यादव आदि से विचार- विमर्श किया।