#MNN@24X7 जन सुराज पदयात्रा के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में कई लोगों को लगता है कि बिहार में शिक्षकों की गुणवत्ता से बिहार की शिक्षा व्यवस्था खराब हुई है। मुझे लगता है यह पूरे तरीके से सही नहीं है।

उन्होंने कहा कि आप अगर कॉलेज की बात करेंगे तो वहां तो कोई शिक्षा मित्र नहीं पढ़ा रहे हैं? वहां तो प्रोफेसर हैं, बड़ी-बड़ी बिल्डिंग हैं। इसके साथ-साथ 10 से 15 हजार लोगों ने एडमिशन भी लिया है, फिर भी शिक्षा का हाल वही है जो लालू जी के ज़माने में हुआ करता था। आज BA की डिग्री 3 साल की जगह 5 से 7 साल में मिल रही है।आज बिहार की ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था के कारण यहां के समाज का एक बड़ा हिस्सा डिग्री धारक अनपढ़ों का समाज बना गया है।