25 मई से 8 जून तक ₹500 शुल्क के साथ, जबकि 9 से 12 जून तक अतिरिक्त ₹200 विलंब शुल्क के साथ छात्र कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन।

विश्वविद्यालय मुख्यालय में नामांकन से संबंधित प्रधानाचार्यों एवं नामांकन प्रभारियों का होगा उन्मुखीकरण कार्यक्रम।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने राजभवन के अध्यादेश एवं विनियम के अनुसार सीबीसीएस आधारित 4 वर्षीय स्नातक (कला, विज्ञान एवं वाणिज्य प्रतिष्ठा) में नामांकन हेतु ऑनलाइन आवेदन के पोर्टल का बटन दबाकर शुभारंभ किया। नामांकन के इच्छुक छात्र बिना विलंब शुल्क के 25 मई से 8 जून, 2023 तक ₹500 शुल्क के साथ आवेदन कर सकेंगे, जबकि विलंब शुल्क के साथ 9 से 12 जून के बीच 500 प्लस 200, कुल ₹700 के साथ आवेदन करेंगे। नामांकन पोर्टल में कॉलेज वाइज विषयों की जानकारी दी गयी है। छात्र अधिकतम पांच कॉलेजों में नामांकन के चॉइस देंगे, जिनका चयन इंटरमीडिएट के अंकों के आधार पर होगा। नामांकन संबंधी ऑनलाइन आवेदन फॉर्म कुल 4 स्टेजों में भरे जाएंगे।किसी भी प्रकार के मार्गदर्शन प्राप्त करने अथवा शिकायत दर्ज करने हेतु संबंधित छात्र- छात्रा 97718 84350 या 7070100669 नंबर पर कॉल कर सकेंगे। साथ ही admission.lnmu@ gmail.com मेल से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने कहा कि सीबीसीएस के तहत क्रेडिट आधारित 4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम बिहार राज्य में पहली बार शुरू हो रहा है। इसलिए मिथिला विश्वविद्यालय ने नामांकन से लेकर परीक्षा फॉर्म भरने एवं परीक्षा परिणाम की घोषणा होने तक के लिए एक नए पोर्टल का निर्माण किया है, जिसमें इस बात का खास ख्याल रखा गया है कि छात्रों को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। कुलसचिव ने बताया कि मिथिला विश्वविद्यालय में एक नया प्रयोग भी किया जा रहा है कि पूर्व में जहां छात्रों को अलग- अलग वर्ग क्रमांक, पंजीयन संख्या तथा परीक्षा क्रमांक दिए जाते थे, वहीं इस बार पूरे सत्र के लिए छात्रों को एक ही यूनिक आईडी दिया जाएगा, जिससे उनकी अधिकांश समस्याओं का निदान स्वत: हो जाएगा।

डीएसडब्ल्यू प्रो विजय कुमार यादव ने बताया कि शीघ्र ही सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं नामांकन प्रभारियों का विश्वविद्यालय मुख्यालय में नामांकन संबंधी उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

इस अवसर पर डा अवनि रंजन सिंह, प्रो़ अशोक कुमार मेहता, डा आर एन चौरसिया, सैयद मो जमाल अशरफ तथा अमरेश कुमार झा आदि भी उपस्थित थे।