नेहा सिंह राठौड़ सहित अभिव्यक्ति की आजादी पर हो रहे तमाम हमलों के खिलाफ व्यापक एकजुटता जरूरत है- मयंक कुमार यादव

#MNN@24X7 दरभंगा। 24 फरवरी,समकालीन सामाजिक व बेरोजगारी व उत्पीड़न सन्दर्भो पर केन्द्रित अपने व्यंग्य भरे गीत गाने वाली युवा लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ को उनके गाये गीत ‘यूपी में का बा’ को लेकर यूपी पुलिस द्वारा जवाबतलब का नोटिस दिए जाने के बाद आइसा के राष्ट्रीय काउंसिल सदस्य सह जिला सचिव मयंक यादव ने जारी बयान के द्वारा इस घटना की निंदा करते हुए इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया है।

मयंक यादव ने कहा है कि नेहा सिंह राठौर अपने गीतों के जरिए बेरोजगारी, उत्पीड़न सहित जनता के सवाल लगातार प्रमुखता से उठाती रही हैं। उन्होंने कानुपर देहात में गरीब परिवार के घर को बुलडोजर से गिरा देने और इस कार्रवाई के दौरान माँ -बेटी की जलने से हुई मौत की घटना से आहात होकर ‘ यूपी में का बा ’ गीत का दूसरा संस्करण जारी किया था। इस गीत में उन्होंने योगी सरकार के “बुलडोजर राज” पर सवाल उठाया था। जिसकी प्रतिक्रिया में कानपुर देहात पुलिस द्वारा उन्हें सीआरपीसी की धारा 160 के तहत नोटिस भेजकर लोकतंत्र में आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

आइसा नेता ने कहा कि एक लोकगायिका की आवाज से इतना डर गई बीजेपी ? शर्मनाक ही नहीं बल्कि बेहद शर्मनाक है ये। पहले मोदी-योगी सरकार सवाल उठाने वाले पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से ही डरती थी। परंतु अब तो लोक गायकों से भी घबराने लगी है। नेहा सिंह राठौड़ के साथ एकजुटता जताते हुए यूपी सरकार से नोटिस को तत्काल वापस लेने और इस फासीवादी कृत्य के लिए माफी मांगने की मांग आइसा नेता ने की है।