#MNN27X7 बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ कार्यालय लहरिया सराय में कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ ट्रेड यूनियन एंड सर्विस एसोसिएशन के बैनर तले शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 115 में जन्मतिथि के अवसर पर उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर कर्मचारी महासंघ के जिला उपाध्यक्ष अरुण कुमार महतो की अध्यक्षता में आयोजित “आज के राजनीतिक परिस्थिति में भगत सिंह के विचारों की प्रासंगिकता” विषय पर विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कोआर्डिनेशन कमेटी के जिला संयोजक एवं कर्मचारी नेता फूल कुमार झा ने कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह के विचारों को तिलांजलि दिया जा रहा है । भगत सिंह ने कहा था कि जनता को आपस में लड़ने से रोकने के लिए वर्गीय चेतना की जरूरत है, गरीब, मेहनतकश और किसानों को स्पष्ट समझा देना चाहिए कि तुम्हारे असली दुश्मन पूंजीपति हैं, इसलिए तुम्हें इन के हथकंडे से बच कर रहना चाहिए । दुनिया के सारे गरीब के चाहे वह किसी भी जाति धर्म या नस्ल के हो उनका राष्ट्रीय अधिकार एक ही है।

उन्होंने कहा कि भलाई इसी में है कि रंग नस्ल और सांप्रदायिकता और देश के भेदभाव को मिटाकर एकजुट हो जाओ और सरकार की ताकत अपने हाथ में लेने का प्रयत्न करो। परंतु आज की राजनीतिक भगत सिंह के विचारों को दरकिनार कर देश के पुजी को पूंजीपतियों के हाथों सौंपा जा रहा है । इस अवसर पर केंद्रीय श्रमिक संगठन सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू )के बिहार राज्य कमेटी के सदस्य सत्य प्रकाश चौधरी ने कहा कि भारत के आजादी के संघर्ष और भारत के क्रांतिकारी के संघर्ष के इतिहास में भगत सिंह और उनके साथी ही सबसे पहले क्रांतिकारी थे जिन्होंने साम्राज्यवाद मुर्दाबाद और उसका विकल्प इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाकर पेश किया था और तभी से आज तक इंकलाब जिंदाबाद का नारा मजदूर वर्ग और किसान वर्ग का मुख्य नारा बना हुआ है । शहीद ए आजम भगत सिंह ने कहा था सिर्फ बम और पिस्तौल ही क्रांति नहीं लाते क्रांति की तलवार विचारों की शान पर तेज होती है। वह एक सक्षम विचारक और गहरी आलोचनात्मक समझ रखने वाले क्रांतिकारी थे ।

इस अवसर पर विभिन्न श्रमिक संगठनों से जुड़े नेताओं ने शहीदे आजम भगत सिंह को याद करते हुए उनके दिखाए रास्ते पर चलने एवं उनके आदर्शों को मानने का संकल्प लिया ।श्रद्धांजलि सभा में कर्मचारी नेता फकीरा पासवान, अरविंद कुमार राय, महादेव चौधरी ,राज नारायण झा, रामबचन यादव, परमेश्वर राम, तारा कांत पाठक ,अश्विनी कुमार झा ,राजदेव यादव, अजय कुमार, अशर्फी दास आदि ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए शहीद-ए-आजम को श्रद्धांजलि अर्पित किया ।