सोई हुई जनता, खोई हुई सरकार देश और समाज के लिए खतरा! कहते हैं संजीव कुमार।

पदाधिकारी कर रहे हैं साप्ताहिक जांच फिर भी नहीं आ रही है पंचायत सरकार पर आंच।

#MNN@24X7 सरायरंजन/समस्तीपुर, प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों से खबरें निकल कर आ रही है की नल से पानी नहीं आ रही हैं। भीषण गर्मी में भी लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। लोग डब्बे लेकर पानी की तलास में इधर उधर भटक रहे हैं। वहीं स्थानीय अहमदपुर निवासी दीनदयाल सहनी बताते हैं की दूसरे वार्ड से दर्जनों लोग हमारे वार्ड में लगे नल से पानी भरने आते हैं। क्योंकि उनके वार्ड में पानी सही से नहीं आ रहा है। वहीं मूसापुर पंचायत के रौशन यादव बताते हैं की नल जल योजना का क्रियान्वयन हुए सात साल हो गए हैं। पर हमारे वार्ड संख्या 09 में आजतक आधे से ज्यादा वार्ड में नल जल का कनेक्शन भी नहीं हुआ है।

मूसापुर वार्ड संख्या 09 के ही गुड्डू कुमार यादव ने बताया की प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी पंचायत में साप्ताहिक निरीक्षण करने आते हैं पर उनकी नज़र हमारे वार्ड पर नहीं पड़ी है। ज्ञातव्य हो की इनके वार्ड में नल जल योजना का कार्य पी.एच.ई.डी विभाग से संचालित है,इन्हीं की लापरवाही की वजह से आधे से ज्यादा वार्ड में आजतक नल जल का पानी नहीं नहीं पहुंच पाया है।

वहीं मनिकपुर पंचायत के उप मुखिया गुंजन कुमार जी कहते हैं की हमारे पंचायत के वार्ड संख्या 05 और 06 में लगभक 150 लोगों को आजतक नल जल का कनेक्शन प्राप्त नहीं हुआ है इसके खिलाफ़ में आम जनता द्वारा जिलाधिकारी तक लिखित शिकायत किया गया है पर आजतक किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई है। धर्मपुर पंचायत से कुन्दन कुमार बताते हैं की प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी महोदय सिर्फ सरकारी पैसों से क्षेत्र में घूम घूमकर सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं पंचायत में कहीं भी नल जल योजना का संचालन सही से नहीं हो पा रहा है।

वहीं रायपुर बुज़ुर्ग पंचायत के कमल किशोर जी कहते हैं की हमारे पंचायतों में कई वार्ड से नल जल से संबंधित शिकायतें आ रही है। कहीं पर पाइप फूटा हुआ है जिससे पानी बह रहा है तो कहीं पर नल से खेतों में पानी पटाने का कार्य किया जा रहा है।

वहीं प्रखंड क्षेत्र स्थित गंगसारा पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य सह युवा समाजसेवी बागी संजीव कुमार इन्कलाबी ने कहा की प्रखंड क्षेत्र में लगभग सभी पंचायतों में नल जल से संबंधित शिकायतें आ रही है,पंचायत सरकार से लेकर प्रखंड सरकार तक गहरी निद्रा में सोए हुए हैं,चारों तरफ़ पानी के लिए चीख पुकार मची हुई है, यों कहें तो चारों तरफ़ पानी के लिए हाहाकार मची हुई है। हमारे क्षेत्र में नल जल का आलम यह है की एक तरफ़ लोगों को पीने के लिए पानी नहीं है लेकिन खेतों में पानी पटाने के लिए नल जल का उपयोग किया जा रहा है शायद इसी को कहते हैं, “सोई हुई जनता, खोई हुई सरकार।” नल जल की रिपेयरिंग के नाम पर सिर्फ बिल भाउचर बनवाकर पैसे का गवन किया जा रहा है,बेचारा नल जल मृतप्राय होने को मजबूर है।