जन सुराज पदयात्रा के 73वें दिन ढाका में प्रशांत किशोर ने कहा – बिहार की मिट्टी का कर्ज चुकाने आए हैं, इसलिए पदयात्रा की शुरुआत यहां से।
#MNN@24X7 13 दिसंबर,ढाका, पूर्वी चंपारण। जन सुराज पदयात्रा के 73वें दिन की शुरुआत पूर्वी चंपारण जिले के चिरैया प्रखंड के रूपहरा हाई स्कूल स्थित जन सुराज पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद पदयात्रा का हुजूम रूपहरा पंचायत के भगवतपुर भालुआही गांव पहुंचा, जहां प्रशांत किशोर समेत सभी पदयात्रियों का लोगों ने भव्य स्वागत किया व कुछ दूरी तक पदयात्रा का हिस्सा बनें। इसके बाद प्रशांत किशोर ने जनसभा को संबोधित किया।
कल पदयात्रा चिरैया प्रखंड के रूपहरा पंचायत हाई स्कूल से चलकर लहन ढाका, ढाका रामचंद्र, चैनपुर, औरिया, परसा, बहलोलपुर, फुलवारिया, खैरवा, भगवान, सरथा से होते हुए रात्रि विश्राम के लिए ढाका प्रखंड के करमवा पंचायत पहुंची। प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 800 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 200 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं।
नेताओं और दलों के जीतने से जनता नहीं जीतती, अब जनता को जिताने आए हैं : प्रशांत किशोर।
जन सुराज अभियान के 73वें दिन पूर्वी चंपारण के ढाका प्रखंड के लहन ढाका पंचायत में प्रशांत किशोर ने पदयात्रा के दौरान जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा नेताओं और दलों के जीतने से जनता नहीं जीतती है। 1990 से आप नेताओं और दलों को जीता रहे, लेकिन आपकी स्थिति फिर भी नहीं सुधर रही है। आगे प्रशांत ने कहा नेताओं और दलों को जिताने का काम तो बहुत दिन कर लिए अब जनता के साथ काम करेंगे। जन सुराज अभियान के विचार को समझाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा इस अभियान की शुरुआत बिहार से इसलिए किए हैं, ताकि जिस मिट्टी से हम जन्मे हैं उसका कर्ज चुका सकें।
बिहार की जनता बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना की तरह, जिसे कोई पूछ नहीं रहा : प्रशांत किशोर।
जन सुराज पदयात्रा के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने जोशीले अंदाज में कहा पिछले 30 साल से जिसे आप वोट कर रहे हैं, उससे न आपको विकास मिला और न भाजपा को हरा पाए। देश में दो सांसद देने वाली पार्टी बढ़ते-बढ़ते आज 300 सांसद की पार्टी बन गई है। इसके साथ ही जनता के समक्ष प्रशांत किशोर ने कहा ना तो आपको राजनीतिक भागीदारी मिली, न आप अपने प्रतिद्वंद्वियों को हरा पाए और न आपको विकास मिल पाया। प्रशांत ने बिहार की जनता को बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बताते हुए कहा जैसे जनता सरकार चुनती है उसके बाद भी आप लोगों की सुध या आपको कोई पूछ भी नहीं रहा है।