•सभी प्रखंड के बीडीओ होंगे नोडल पदाधिकारी
•नवनियुक्त पंचायत प्रतिनिधि, जीविका, वीएलई बैठक कर सूची के बारे में लोगों को कराएंगे अवगत
•सीएससी,यूटीआईआईटीएसएल,कार्यपालक सहायक पात्र लाभार्थियों का बनाएंगे आयुष्मान कार्ड
•जिला व पंचायत स्तर पर पात्र लाभार्थियों का बनेगा कार्ड
•जिले में 23 लाख 70 हजार 685 लोगों का बनना है कार्ड

मधुबनी,27 फरवरी।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने में गति प्रदान करने के लिए जिलाधिकारी अमित कुमार ने तेजी लाने का निर्देश दिया है। साथ ही अब सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी आयुष्मान भारत के नोडल पदाधिकारी होंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की सभी स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक/ उपाधीक्षक, एमओआईसी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने में सहयोग करेंगे. सरकारी अस्पताल में आने वाले आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को पहचान सुनिश्चित कर इलाज प्रारंभ करें तथा योजना का लाभ दिलाने में मदद करें। नवनियुक्त पंचायत प्रतिनिधि, जीविका के प्रतिनिधि, वीएलई( विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) पंचायत स्तर पर बैठक कर लोगों को आयुष्मान योजना के बारे में तथा संबंधित सूची के बारे में अवगत कराएंगे। ताकि पात्र लाभार्थियों को ज्यादा से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाया जा सके। आयुष्मान कार्ड जिला व पंचायत स्तर पर ही पात्र लाभार्थियों का बनेगा। कार्ड बनाने के लिए सीएससी, यूटीआईआईटीएसएल, कार्यपालक सहायक से संपर्क करना होगा। उक्त स्थान पर पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनेगा। आयुष्मान कार्ड बनाने में लाभार्थी से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। जिले में 23 लाख 70 हजार 685 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। अब तक 3,16,796 लाभार्थी कार्ड बनाया गया है। शेष लाभार्थियों का कार्ड बनाया जाना है।

पात्र लाभार्थियों का बनता है गोल्डन कार्ड:
केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। बीओसीडब्ल्यू के पंजीकृत मजदूरों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया कि जिले भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी अस्पताल सहित 5 प्राइवेट अस्पताल पंजीकृत हैं। इसमें लाभार्थी को लाभ लेने व गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
जिलांतर्गत ,
•मधुबनी मेडिकल कॉलेज
•क्रिब्स हॉस्पिटल
•हरसन हॉस्पिटल
•मां उग्रतारा नेत्रालय
•आस्था सर्जिकल अस्पताल
सूचीबद्ध हैं एवं सभी सरकारी अस्पतालों में भी योजना का लाभ। दिया जा रहा है। साथ ही योग्य निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया भी की जा रही है।

पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज:
डीपीसी कुमार प्रियरंजन ने बताया कि यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसे सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है। पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही उन्होंने जिले के योग्य अस्पतालों से आग्रह किया है कि इस योजना से जुड़े तथा गरीब तबके के लोगों को इस योजना का लाभ दिलाएं।