दरभंगा। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के नए कुलसचिव प्रो0 सत्येंद्र नारायण सिंह ने आज गुरुवार को कुलपति कार्यालय में अपना योगदान देकर कार्यभार संभाल लिया है।

वही कोई चार दिन कवल प्रो0 सिंह का मुंगेर विश्वविद्यालय से दरभंगा के लिए तबादले की अधिसूचना राजभवन से जारी की गयी थी। वहीं निवर्तमान कुलसचिव डॉ शिवा रंजन चतुर्वेदी मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए यहां से विरमित कर दिए गए।
उक्त जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के पीआरओ निशिकांत ने बताया कि
अपने योगदान के मौके पर नवनियुक्त कुलसचिव प्रो0 सिंह ने सबसे पहले विश्वविद्यालय की प्रशासनिक स्थिति के बारे में जाना और स्वीकार किया कि कमोवेश सूबे के सभी विश्वविद्यालय कर्मचारियों की घटती संख्या से परेशानी में हैं। लगे हाथ उन्होंने भरोसा दिलाया कि कुलपति डॉ शशिनाथ झा के कुशल नेतृत्व में सीमित संसाधन में ही हमलोग मिलकर एक नया इतिहास बनाएंगे। सिर्फ हमलोगों को अपना कर्तव्य और जिम्मेदारी दोनों के प्रति सजग व संवेदनशील रहना होगा। साथ ही टीम वर्क पर उन्होंने खास फोकस दिया और अपनी ओर से सफाई भी दी कि वे खुलकर स्पष्ट बोलने व काम करने में विश्वास करते हैं। मिथिला की धरती पर कार्य करने का सौभाग्य मिला है।पढ़े हैं और सुने हैं कि यहां के लोग अति मेधावी व सुशील मनोवृत्ति के होते हैं। अब देखना है व्यवहार में वे कैसे रहेंगे।
इसके पहले कुलपति डॉ0 झा ने नवागन्तुक कुलसचिव का पाग चादर व फूलमाला से स्वागत किया। वहीं अंजीत चौधरी के नेतृत्व में विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों द्वारा भी कुलसचिव का स्वागत किया गया। मौके पर उन्होंने कहा कि उचित मांगों को लेकर ही संघ क्रियाशील रहे तो सही मायने में विकास होता है।अनावश्यक दवाब बनाने से प्रगति बाधित होती है। वैसे मेरा संघ को पूर्ण समर्थन रहेगा।
मौके पर कुलपति के अलावा डॉ सुरेश्वर झा, डॉ श्रीपति त्रिपाठी, डॉ पवन झा, डॉ दिनेश झा, डॉ उमेश झा, डॉ दीनानाथ साह, रतन कुमार, डॉ एके आजाद, डॉ नरोत्तम मिश्रा,डॉ अवधेश चौधरी, डॉ भोला ईश्वर के साथ साथ कर्मचारी नेता अनिल कुमार झा, गोपाल उपध्याय,सुनील सिंह, रघुनाथ सिंह, रविन्द्र मिश्र समेत कई लोग उपस्थित थे।