1 हजार में दम नहीं, 10 हजार नियमित मासिक मानदेय से कम नहीं- आशा।
आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटरों की मांग जायज, इसे अविलंब पूरा करे सरकार- सुरेन्द्र प्रसाद सिंह।
#MNN@24X7 ताजपुर, 14 जुलाई, आशा कार्यकर्त्ता एवं फैसिलिटेटरों की राज्यस्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताल के तहत ताजपुर में भी रेफरल अस्पताल व कोठिया पीएचसी के समक्ष आशा कार्यकर्त्ता एवं फैसिलिटेटर हड़ताल पर बैठ गई। आशा आंदोलन को भाकपा माले के कार्यकर्ताओं का साथ मिला। भाकपा माले के प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रभात रंजन गुप्ता, मो० चांद, हरेंद्र सिंह, ऐपवा के कुमारी रंजू ने आशा कार्यकर्ताओं के साथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आशा संघ की देवकी जायसवाल की अध्यक्षता में सभा आयोजित की गई।
सभा को तारा देवी, शोभा देवी, संगीता देवी, सुधा देवी, लालपरी देवी, सीमा कुमारी, मुन्नी देवी, सरिता कुमारी, अर्चना वर्मा समेत बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्त्ता एवं फैसिलिटेटरों ने संबोधित किया।
इसे बतौर अतिथि भाकपा-माले प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को पारितोषिक नहीं, मासिक मानदेय चाहिए। 1000 में दम नहीं, 10,000 नियत मासिक मानदेय से कम नहीं। आशा को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी घोषित करने आदि की मांग की। उन्होंने आगे कहा कि आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटरों की मांग जायज है, इसे अविलंब सरकार पूरा करे अन्यथा भाकपा माले एवं इसके जनसंगठन आशा आंदोलन के समर्थन में आंदोलन चलाने को बाध्य होगी।