संस्कृत विश्वविद्यालय में शास्त्री व बापू की जयंती मनी
#MNN@24X7 दरभंगा, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गान्धी और पूर्व प्रधानमन्त्री लालबहादुर शास्त्री की जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. शशिनाथ झा ने दोनों महापुरुषो को स्मरण करते श्रद्धा-सुमन समर्पित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि शास्त्री जी की सादगी व बापू की सत्य व अहिंसा आज भी प्रासंगिक है। हमें दोनों की जिंदगी से सीखना चाहिए।
शास्त्री जी की याद को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि अकाल के समय चावल की किल्लत को देखते हुए उनका निर्णय व देशवासियों का समर्थन आज भी सभी को याद है। उन्होंने बताया कि शास्त्री जी की प्रबंधन शैली बेहतरीन थी। इसी तरह बापू की उपाधि से चर्चित गांधी जी ने बिना हिंसा के आजादी के अलख को जगाए रखा। दोनों महापुरुष हमलोगों के प्रेरणास्त्रोत बने रहेंगे। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि कुलपति आवास पर आयोजित कार्यक्रम में छात्रा कुमारी मोना ने गांधी जी के जीवन दर्शन पर स्व निर्मित एक चित्र भी कुलपति को समर्पित किया।
कार्यक्रम की संयोजिका स्नातकोत्तर कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. साधना शर्मा, भू-सम्पदाधिकारी डॉ. उमेश झा, बजट पदाधिकारी डॉ. पवन झा, म. अधि. रमेश्वर- लता के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. मुकेश निराला, लोहना की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. जयन्तीमाला , सहायक प्राचार्य – डॉ. यदुवीर स्वरूप शास्त्री, डॉ. धीरज पाण्डेय एवम् राधिका समेत कई लोग उपस्थित थे।