बिहार के जातिगत सर्वे के आंकड़े पर राहुल गांधी के जितनी आबादी, उतना हक वाले बयान पर प्रशांत किशोर ने कसा तंज, बोले- राहुल को जातियों के आंकड़े अचानक से पता चलना दर्शाता है कि उन्हें जमीनी हकीकत और कांग्रेस की दुर्दशा के बारे में नहीं है कुछ अंदाजा: प्रशांत किशोर।
#MNN@24X7 सीतामढ़ी, बिहार के जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी होने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के ट्वीट किया था कि जितनी आबादी उतना हक। इस पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने तंज कसते हुए कहा कि पहली बात तो राहुल गांधी को आज पता चला है कि बिहार में अनारक्षित वर्ग के लोग 85 प्रतिशत हैं, यही कारण है कि बिहार में कांग्रेस की ये दुर्दशा है। कांग्रेस के कोई भी लीडर जो किसी भी दल का नेता हो और जो जमीन से जुड़ा हो उन्हें ये आंकड़े मालूम है। बिहार में 35 प्रतिशत अति पिछड़े रहते हैं। 27 प्रतिशत ओबीसी रहते हैं। 18 प्रतिशत दलित रहते हैं ये बिहार में सबको पता है। इन आंकड़ों के बारे में राहुल गांधी को कल पता चला है तो इससे मुझे आश्चर्य भी है और यही वजह है कि कांग्रेस की ये दुर्दशा बिहार में है। राहुल गांधी को बिहार की जमीनी हकीकत के बारे में कुछ अंदाजा नहीं है।
राहुल गांधी अगर खेत में जाकर धान की रोपनी देखने लगेंगे, तो इसका मतलब ये नहीं है कि धान की रोपनी आज से होने लगी है: प्रशांत किशोर।
सीतामढ़ी के रीगा प्रखंड में जन संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि मैं आपके माध्यम से आग्रह करूंगा कि साहब 2011 में आपकी सरकार थी और आपने जनगणना करवाई थी वही आप जारी कर दीजिए। देश में आपकी सरकार कब आएगी नहीं आएगी वो बात की बात है। जब आप सरकार में थे और जातिगत जनगणना पूरे देश में करवाई थी उस समय इन आंकड़ों को क्यों नहीं जारी किया? पहले ये बता दीजिए। राहुल गांधी आज जागेंगे इससे कुछ बदल नहीं जाएगा। आज राहुल गांधी अगर खेत में जाकर धान की रोपनी देखने लगेंगे इसका मतलब ये नहीं निकाला जा सकता है कि धान की रोपनी आज से होने लगी है। वो राहुल गांधी के लिए नई बात हो सकती है कि धान की खेती कैसे होती है इसलिए वो कैमरा लेकर देखने गए हैं। देश के बहुतायत लोग जानते हैं कि धान की खेती कैसे होती है।