•1000 से अधिक आशा कार्यकर्ता को किया गया प्रशिक्षित।

•फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए जरुरी।

•एमडीए अभियान के दौरान अपने सामने लाभुकों को खिलाएँगी दवा।

#MNN@24X7 मधुबनी 13 सितम्बर, जिला में एमडीए अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार झा ने बताया पंडोल के 200 आशा, बेनीपट्टी में 330 के आशा,अर्बन में 190 आंगनवाड़ी व वॉलिंटियर को प्रशिक्षित किया गया है शुक्रवार को विस्फी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

उन्होंने बताया आशा कार्यकर्ता ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में प्रशिक्षित की जा रही है . प्रशिक्षण कार्यशाला में पिरामल के परमजीत,पीसीआई के जिला समन्वयक विशाल कुमार ने मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका निभाई.

प्रशिक्षण में शामिल आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विशाल ने कहा कि 20 सितंबर से शुरू होने वाले एमडीए अभियान की सफलता का दारोमदार ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर के कंधों पर है. उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि लक्षित आबादी उनके सामने दवा का सेवन करे. डॉ. झा ने कहा कि पूरे एमडीए अभियान का सघन अनुश्रवण किया जायेगा और सबके प्रयास से यह अभियान सफल होगा. उन्होंने बताया प्रतिभागियों को एमडीए अभियान की पूरी जानकारी दी गई है।

उन्होंने उपस्थित आशा कर्मियों को निर्देश देते हुए कहा की प्रयास करना है कि शत प्रतिशत लक्षित आबादी दवा का सेवन करे. उन्होंने प्रतिभागियों को स्पष्ट किया कि दवा देनी नहीं है बल्कि आपने सामने खिलानी है. किसी भी सूरत में दवा बांटी नहीं जाएगी.

फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए जरुरी :

अभियान को सफल बनाने के लिए आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर 2 साल से अधिक उम्र के लोगों को अपने सामने फाइलेरिया की दवा खिलाई जाएगी । उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर रोग है जिसे फाइलेरिया की दवा सेवन से ही बचा जा सकता है। कभी-कभी फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बाद भी इसके लक्षण सामने आने में वर्षों लग जाते हैं। इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है।

उन्होंने बताया लोग खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें। उन्होंने बताया 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रोग से ग्रसित एवं गर्भवती महिला को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलाई जाएगी।

लोगों को ऐसे खानी है दवा :

प्रशिक्षण में आशा कार्यकर्ताओं को बताया गया कि इस फाइलेरिया मुक्त अभियान में डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियाँ लोगों की दी जाएगी। 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या 15 से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। अलबेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है।