-केंद्राधीक्षक अपने कार्यालय में प्रश्न-पुस्तिका का पैकेट खोलकर नहीं करेंगे वितरित।

#MNN@24X7 दरभंगादो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री 2023 की संयुक्त प्रवेश परीक्षा एवं काउंसिलिंग की प्रक्रिया के सफल संचालन को लेकर राज्य भर के 14 सहभागी विश्वविद्यालयों के नोडल पदाधिकारियों की बैठक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में दिनांक 27.03.2023 (सोमवार) को विश्वविद्यालय के आइक्यूएसी सभागार में हुई। बैठक में सीईटी-बीएड-2023 को लेकर दिशा-निर्देश की जानकारी नोडल पदाधिकारियों को दी गई।

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने सहभागी विश्वविश्वद्यालय के नोडल पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी केंद्र के परीक्षा हॉल में अभ्यर्थियों की उपस्थिति में ही इसबार प्रश्न-पुस्तिका खोलकर वितरित किया जाएगा। प्रश्न-पुस्तिका के लिफाफ पर वीक्षक एवं परीक्षार्थी का भी हस्ताक्षर होगा। कोई भी केंद्राधीक्षक अपने कार्यालय में प्रश्न-पुस्तिका का पैकेट नहीं खोल सकेंगे।

प्रो. सिंह ने कहा कि आप लोगों के सक्रिय सहयोग से पूर्व की सीईट-बीएड परीक्षाओं का सफल आयोजन हुआ था। इस वर्ष भी आप सभी का उसी प्रकार का सहयोग मिलेगा। प्रवेश परीक्षा में जितनी छात्रों की परीक्षा होती है उतनी ही परीक्षा कार्यों में संलग्न व्यक्तियों की भी होती है। सफलतापूर्वक परीक्षा संपन्न करा लेना बहुत बड़ी उपलब्धि होती है, वह भी जब परीक्षा राज्य स्तर की हो।

प्रो. सिंह ने कहा कि ल. ना. मिथिला विश्वविद्यालय लगातार तीन वर्षों से सीईटी-बीएड से संबंधित कार्यों का सफलतापूर्वक संचालन किया है। इसके बाद भी हमलोग बराबर सुधार की कोशिश में लगे रहते हैं। सीईटी-बीएड से संबंधित कार्यों को और कैसे बेहतर किया जा सके, इसलिए ही इस बैठक का आयोजन किया गया है। विश्वविद्यालय नोडल पदाधिकारी अपने स्तर पर निर्णय न ले करके राज्य नोडल पदाधितारी प्रो. अशोक कुमार मेहता के दिशा-निर्देश में ही कार्यों को संपादित करें।

कुलपति महोदय ने परीक्षा पूर्व, परीक्षा एवं परीक्षा पश्चात कार्यों पर बल देते हुए कहा कि इन सबमें सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा का संपन्न कराना है। नोडल पदाधिकारियों से कहा कि परीक्षा के दिन परीक्षा केंद्रों की मॉनीटिरिंग करते रहना है। परीक्षा से पूर्व सुनिश्चित हो लें कि परीक्षा की व्यवस्था यथा- सिटिंग प्लान, फ्रिस्किंग इत्यादि निर्देशानुसार है कि नहीं।

कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अमहद ने नोडल पदाधिकारियों से कहा कि परीक्षा संपादन तथा नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने में आपकी भूमिका महत्ती है। परीक्षा की गोपनीयता, पारदर्शिता एवं शुचितापूर्ण संपादन में आपका अहम योगदान रहता है। सामूहिक जिम्मेदारी से ही संयुक्त प्रवेश परीक्षा का सफलतापूर्वक संचालन हो रहा है। देश भर के अभ्यर्थी संयुक्त प्रवेश परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। परीक्षा से संबंधित व्यक्तियों की जिम्मेदारी ज्यादा है। इसलिए जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर परीक्षा संबंधित कार्य संचालित करें।

प्रो. अहमद ने कहा कि सीईटी में बैठने वाले अभ्यर्थियों के साथ-साथ इसके आयोजन के संदर्भ में पहले हम सबों की परीक्षा होनी है। एनसीटीई (NCTE) से मान्यता प्राप्त बीएड कॉलेजों की ही सूचि राज्य नोडल कार्यालय को उपलब्ध कराया जाय।

इससे पूर्व सीईटी-बीएड-2023 के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता ने सहभागी विश्वविश्वद्यालय के नोडल पदाधिकारियों का स्वगात किया। साथ ही नोडल पदाधिकारियों को सीईटी-बीएड को लेकर तकनीकी जानकारी दी।

बैठक में पटना विश्वविद्यालय, पटना के नोडल पदाधिकारी डॉ. सलीम जावेद; बीएनएमयू, मधेपुरा के डॉ. मोहित गुप्ता; एलएनएमयू, दरभंगा के सहायक नोडल पदाधिकारी मिर्जा रुहुल्लाह बेग; एमएमएच विवि, पटना के डॉ. मो. नौशाद आलम; मुंगेर विवि, मुंगेर के डॉ. रामाशीष पूर्वे; पाटलिपुत्र विवि, पटना के डॉ. राजन कुमार; पूर्णिया विवि, पूर्णिया के डॉ. विपिन कुमार सिंह; टीएमबी विवि, भागलपुर के कुलसचिव सह विश्वविद्यालय नोडल पदाधिकारी डॉ. गिरिजेश नंदन कुमार; वीकेएसयू, आरा के डॉ. राजेश वर्मा; बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के डॉ. प्रमोद कुमार; आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के डॉ. प्रशांत अमर; जेपी विश्वविद्यालय, छपरा के डॉ. मो. उस्मान अंसारी; मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के डॉ. सत्येंद्र कुमार सिन्हा और केएसडीएसयू, दरभंगा के डॉ. रिद्धिनाथ झा शामिल थे। सीईटी-बीएड कोर-कमेटि के सदस्य प्रो. अरूण कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। बैठक में सीईटी-बीएड कोर-कमेटि के सदस्य डॉ. अवनि रंजन सिंह भी शामिल थे। ज्ञात हो कि सीईटी-बीएड-2023 की संयुक्त प्रवेश परीक्षा की प्रस्तावित तिथि 08.04.2023 है। अभ्यर्थी दिनांक 30.03.2023 से प्रवेश-पत्र डाउनलोड कर सकेंगे।