#MNN@24X7 प्रयागराज, माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या होने के बाद से ही माना जा रहा है कि अतीक के समर्थक नाराज़ हैं,लेकिन योगी सरकार के कानून के डंडे के डर से ये समर्थक कोई प्रतिक्रिया नहीं दे पा रहे हैं, लेकिन इसका गुस्सा माफ़िया के समर्थक सोशल मीडिया पर जरूर निकाल रहे हैं।अतीक और अशरफ की हत्या के बाद The Sajjad Mughal नाम से बने एक ट्विटर हैंडल से आपत्तिजनक ट्वीट किया गया। इस ट्वीट में अतीक और अशरफ की हत्या का बदला लेने और हिसाब पूरा करने को धमकी दी गई।पुलिस ने विवादित ट्वीट पर एफआईआर दर्ज कर ली है।

इस ट्वीट में अतीक अहमद के बेटे अली के पुराने भाषण का वीडियो भी पोस्ट किया गया है।ये ट्वीट जब तेजी से वायरल होने लगा तो एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने संज्ञान लेते हुए प्रयागराज की साइबर क्राइम थाने को पत्र भेजकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया। इसके बाद पुलिस की साइबर सेल ने उस ट्विटर हैंडल पर धारा 505 और आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

गौरतलब है कि माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की कॉल्विन अस्पताल के बाहर पुलिस कस्टडी में अरुण, लवलेश और सनी ने तबतोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसी दौरान तीनो शूटरों को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि पुलिस की सक्रियता और बुलडोज़र के डर से किसी ने हंगामा या बवाल करने की हिम्मत नहीं कर पाया,लेकिन अतीक और अशरफ के समर्थक सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। 25 अप्रैल को The Sajjad Mughal नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि अभी नस्ल खत्म नहीं हुई है। अतीक का बेटा अली अभी ज़िंदा है। इंशाअल्ला हालात, वक्त और सत्ता बदलेगी। फिर इलाहाबाद भी बोला जाएगा और हिसाब भी पूरा लिया जाएगा।

ट्वीट के बाद प्रयागराज पुलिस के साइबर थाने में आपत्तिजनक ट्विटर हैंडल पर मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस की साइबर यूनिट ये पता लगा रही है कि इस ट्विटर हैंडल को कौन चला रहा है और अतीक के उससे क्या रिश्ते हैं। पुलिस को पूरी अशंका है कि सोशल मीडिया पर अतीक और अशरफ की हत्या पर लोगों को बरगलाने में उन्ही लोगों का हाथ हो सकता है जो प्रयागराज में CAA-NRC के विरोध में आंदोलन को हवा दे रहे थे। पुलिस की साइबर टीम ने कई और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अतीक और अशरफ से जुड़े हुए पोस्ट को कलेक्ट किया है और जल्द ही ऐसे लोगों पर कार्यवाही होगी।

ट्वीट वायरल होने के बाद पुलिस इंस्पेक्टर आलमगीर ने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज करवाई।जांच के बाद पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश में है कि यह ट्विटर हैंडल कौन इस्तेमाल करता है और धमकी देने के पीछे असली मंशा क्या है. फिलहाल यह ट्वीट चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं।

बता दें कि माफिया अतीक अहमद तो मारा गया, लेकिन उसके साथ जुड़ा माफिया का टैग डॉन की बेगम शाइस्ता परवीन के साथ जुड़ गया।अब तो पुलिस की एफआईआर में भी शाइस्ता को माफिया मान लिया गया है।पुलिस रिकॉर्ड में शाइस्ता का नाम अब बतौर माफिया दर्ज हो गया है।50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन अभी फरारी काट रही है।अतीक और अशरफ मारा गया,असद एनकाउंटर में ढेर हुआ,लेकिन शाइस्ता सवाल बनकर यूपी पुलिस को चिढ़ा रही है।पुलिस दिन रात बड़ी शिद्दत से शाइस्ता को तलाश रही है,लेकिन शाइस्ता लापता है।शाइस्ता पुलिस के लिए कितना ब़ड़ा खतरा है।यह आप इस एफआईआर से अंदाजा लगा सकते हैं।

शाइस्ता के लिए प्रयागराज पुलिस ने माफिया शब्द का इस्तेमाल किया है।यानी माफिया अतीक की हत्या के बाद उसकी बेगम अब पुलिस की नजर में माफिया है।शाइस्ता माफिया ही नहीं यूपी पुलिस की निगाह में मोस्ट वांटेड भी है क्योंकि पुलिस को पता है कि अतीक के बाद शाइस्ता ने गैंग की कमान अपने हाथों में ले ली है।अतीक की तमाम जायदाद पर भी शाइस्ता धीरे-धीरे कब्जा करने में लगी है।अतीक के मददगार बिल्डर या नेता अब सीधे शाइस्ता के संपर्क में हैं।

(सौ स्वराज सवेरा)