पीयूपी का सरकार के स्तर पर सभी लंबित मामलों का निष्पादन- डॉ घनश्याम राय, कुलसचिव।

पीयूपी के कुलसचिव को ग्रीन अवार्ड प्राप्त होने पर उच्च शिक्षा निदेशक प्रोफेसर रेखा कुमारी ने दिया बधाई।

गेस्ट टीचर की नियुक्ति से पूर्व आयुक्त से अनुमोदन जरूरी- प्रोफेसर रेखा कुमारी।

आउटसोर्सिंग की बहाली नियमानुसार होने पर हीं विभाग से राशि विमुक्त होगी – निदेशक*

#MNN@24X7 पूर्णिया विश्वविद्यालय, पूर्णिया के कुलसचिव डॉ. घनश्याम राय ने सोमवार को पूर्णिया रवाना होने से पूर्व प्रोफेसर रेखा कुमारी, निदेशक, उच्च शिक्षा निदेशालय, बिहार सरकार से प्रात: 9.30 बजे उनके विकास भवन, पटना स्थित वेश्म में विभागीय कार्यों को लेकर मुलाकात की।

ज्ञात हो कि 11 अप्रैल को विभागीय पत्रांक: 15/डी 1-11/2022-924, पटना, दिनांक: 16/03/2023, के अनुसार चतुर्थ चरण में अंगीभूत के.बी. झा महाविद्यालय, कटिहार एवं आर.एल. महाविद्यालय, माधवनगर को माननीय अग्रवाल आयोग एवं माननीय एस.बी.सिन्हा आयोग से आच्छादित कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मिकों के संदर्भ में उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर निराकरण करते हुए विश्वविद्यालय का मंतव्य सुसंगत साक्ष्यों के साथ अग्रेतर कार्यवाही हेतु बुलाया था।

इस संदर्भ में विभाग ने 17 अप्रैल को पुन: समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया था। 17 अप्रैल की सुबह कुलसचिव ने निदेशक से उनके कार्यालय में मुलाकात कर उक्त विभागीय पत्र के आलोक में पुनः कार्रवाई करने का अनुरोध किया। विभागीय व्यस्तता व बैठक के चलते निदेशक से विस्तृत चर्चा नहीं हो सकी, लेकिन कुछ अन्य मामलों पर उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अतिथि शिक्षक की बहाली के रोस्टर को संबंधित जिले के आयुक्त से अनुमोदित कराया जाए। नियमानुसार आउटसोर्सिंग की बहाली के बाद ही सरकार की ओर से अनुदान राशि जारी की जाएगी।

चतुर्थ चरण में संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षण एवं गैर शिक्षण कर्मियों से संबंधित विभागीय पत्र के आलोक में जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के कुलपति माननीय प्रोफेसर फारूक अली साहब ने भी सोमवार की सुबह निदेशक से मुलाकात की। उन्होंने मेरे साथ निदेशक को गुलदस्ता भेंट किया। उन्होंने कहा कि आपको ‘ग्रीन एंबेसडर अवॉर्ड’ से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने मुझे शिष्टाचार के तौर पर गुलदस्ता भी भेंट किया।

उन्होंने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय की स्थापना के समय वे भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में प्रो वाइस चांसलर थे। उन्होंने पूर्णिया विश्वविद्यालय में लंबित प्रकरणों के बारे में जानने की इच्छा व्यक्त की। मैंने कहा कि शासन स्तर पर जितने भी पेंडिंग केस हैं, उनका निष्पादन कर दिया गया है। अब चारों ओर हरियाली है। इस पर उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलसचिव होने के नाते आपको ‘ग्रीन अवार्ड’ मिला है। उन्होंने बधाई देते हुए बुके देकर खुशी का इजहार किया।