#MNN@24X7 दरभंगा, 13 मार्च, मुख्य सचिव, बिहार श्री आमिर सुबाहनी की अध्यक्षता में नीरा परियोजना को लेकर ऑनलाइन बैठक आयोजित की गयी।
 
बैठक में जीविका के ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री बाला मुरूगन डी द्वारा बताया गया कि नीरा का मौसम आने को है। विगत वर्ष बिहार में 90 लाख लीटर नीरा का उत्पादन किया गया था, अगर प्रयास किया जाए, तो यह उत्पादन 1.5 करोड़ लीटर पहुँचाया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने सभी संबंधित जिलों में स्थायी एवं अस्थायी नीरा बिक्रय केन्द्रों की संख्या बढ़ाने, नए उत्पादक समूहों कि संख्या बढ़ाने, तार एवं खजुर के पेड़ पर चढ़कर नीरा उतारने वाले टेपर्स को प्रशिक्षित करने उन्हें शीघ्र अनुज्ञप्ति देने, नीरा उत्पादन करने वाले समूहों को चिन्ह्ति करने निर्देश दिया।
   
बैठक में जीविका के मिशन निदेशक श्री राहुल कुमार द्वारा विगत वर्ष के नीरा उत्पादन से संबंधित विभिन्न जानकारियां पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिनमें विभिन्न जिलों में जीविका द्वारा नीरा का उत्पादन, नीरा की विक्री बढ़ाने के लिए कॉम्फेड से समन्वय। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष गया, नालंदा, वैशाली, मुजफ्फरपुर जैसे जिलों द्वारा 10 लाख लीटर से अधिक नीरा का उत्पादन किया गया।
   
दरभंगा के 13 नीरा बिक्रय केंद्र बढ़ाकर 08 स्थायी एवं 29 अस्थायी नीरा बिक्रय केन्द्र बनाने का निर्देश दिया गया।
  
आयुक्त उत्पाद,बिहार श्री बी.कार्तिकेय ने सुझाव दिया कि दीदी की रसोई से नीरा को जोड़ा जाए। मद्यनिषेध व उत्पाद विभाग सभी जिलों में अभी से सुनिश्चित करें कि ताड़ी कहीं विक्रय न हो उसकी जगह नीरा का विक्रय हो।
    
मुख्य सचिव द्वारा निर्देशित किया गया कि बैठक में दिए गए सभी निदेश व सुझाव पर सभी जिलों में अमल किया जाए। नीरा एक स्वास्थ्य वर्द्धक पेय(Healthy drink) है, इसका व्यापक प्रचार-प्रसार होर्डिग्स, टी.वी., वीडियो स्पॉट के माध्यम से किया जाए। इसके लिए सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से भी सहयोग लिया जाए तथा टेपर्स से प्रशिक्षित के दौरान ही यह शपथ पत्र लिया जाए कि वे केवल नीरा ही उतारेंगे, ताड़ी नहीं उतारेंगे।
 
उक्त बैठक में दरभंगा एन.आई.सी. से जिलाधिकारी राजीव रौशन, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, उत्पाद अधीक्षक ओम प्रकाश, डी.पी.एम. जीविका उपस्थित थे।