#MNN@24X7 जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के पातेपुर में मीडिया संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि जब से मैं पदयात्रा सिवान से वैशाली तक के रास्ते में कर रहा हूं, उसमें शायद ही मुझे एक ऐसा जगह मिला है, जहां चवर में पानी लगने की समस्या मुझे न दिखी हो। 1 हजार एकड़ से भी अधिक जमीन पानी के निस्तारण के न होने की वजह से या तो 1 फसल के लिए उपयोग में लाई जा रही है या फिर पूरी तरह से बर्बाद हो रही है।

उन्होंने कहा कि आज किसानों के फसल का उचित मूल्य का न मिलना बिहार की बहुत बड़ी समस्या बन गयी है। आज देश में बिहार मात्र एक ऐसा राज्य है, जहां न कॉपरेटिव की व्यवस्था है, न प्राइवेट तरीके से खरीदा जा रहा है, न ही सरकार इसे अनाज को उचित मूल्य पर खरीद रही है।