#MNN@24X7 दरभंगा, हिंदी समाहार मंच,महापंडित राहुल सांकृत्यायन की जयंती का आयोजन “वाचनालय” लक्ष्मीश्वर सार्वजनिक पुस्तकालय में अखिलेश कुमार चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम का उद्घाटन प्रसिद्ध शिक्षाविद हरिवंश चौधरी एवं मुख्य अतिथि डॉ पुष्पम नारायण, दामोदर कमालपुरी, चंद्रेश आदि ने सांकृत्यायन जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

मौके पर पर सौम्य कुमार विभु की सद्यः प्रकाशित काव्य संग्रह श्वेतांबरी, भावांजलि, बारिश की बूंदे एवं रीतु प्रज्ञा की काव्य पुस्तक “उठ जाग मुसाफिर” का लोकार्पण डाॅ पुष्पम नारायण ने किया। लोकार्पण करते हुए मुख्य अतिथि डॉ पुष्पम नारायण ने कहा कि-राहुल सांकृत्यायन ने हिन्दी भाषा और साहित्य के जो काम किया है वह प्रेरणादायी है, उसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि- लेखको को साहित्य लेखन से ऊर्जा मिलता है। लोकार्पित पुस्तक समीचीन है। प्रासंगिक है। लेखन कार्य सभी कार्यो में उत्तम है। हमें इमानदारी से इस धर्म का निर्वहन करते रहे।हिन्दी समाहार मंच से जुड़े साहित्यकार प्रो आशुतोष कुमार वर्मा,डॉ सतीश चन्द्र भगत, उदय शंकर चौधरी, अमिताभ कुमार सिन्हा, सौम्य कुमार विभु एवं रीतु प्रज्ञा महापंडित राहुल सांकृत्यायन सम्मान से सम्मानित व अलंकृत किया गया।

श्वेतांवरी की समीक्षा प्रस्तुत करते हुए प्रोफेसर आशुतोष कुमार वर्मा ने कहा कि-राजनीति, सेक्स और पैसा की गर्म खबरो के बीच लोकतंत्र की दिशा ढूंढती भीड़ के लिए सौम्य कुमार विभु के काव्य संकलन पर चर्चा एक सार्थक हस्तक्षेप है।

डॉ सतीश चन्द्र भगत ने बारिश की बूंदे बूंदे पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सौम्य कुमार विभु प्रयोगवादी कवि है। मुक्त छंद में लिखी गई यह संग्रह विभु जी को उच्च कोटि के साहित्यकारो के श्रेणी में शामिल कर पायेगा।

रीतु प्रज्ञा की काव्य पुस्तक उठ जाग मुसाफिर की समीक्षा प्रस्तुत करते रामचंद्र चंद्रेश ने कहा कि-यायावर साहित्यकार की जयंती पर लोकार्पण पर्व का आयोजन करना अद्भूत है। रीतु प्रज्ञा ने पुस्तक तो स्वांतः सुखाय के लिए लिखी गयी पुस्तक-जागरण की प्रेरणा देती है।

इस अवसर पर दामोदर कमालपुरी, अमरेश्वरी चरण सिन्हा,अनुराग, कामेश्वर कुमार ओझा, उदय शंकर चौधरी आशिष अकिंचन, रमण कुमार झा,आनंद मिश्रा, रिषि रोही, दीनानाथ लाल, दीनानाथ जुवराज आदि ने बिचार व्यक्त किया।

स्वागत डॉ० सतीश चन्द्र भगत, संचालन अमिताभ कुमार सिन्हा एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ सदस्य अरूण कुमार वर्मा ने दिया।