#MNN@24X7 लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 65 घंटों से चल रही बिजली कर्मचारियों की हड़़ताल खत्म हो गई है।उम्मीद जताई जा रही है कि कर्मचारी रात से 10 बजे से काम पर वापस लौटना शुरू करेंगे।प्रदेश की बेपटरी हुई बिजली व्यवस्था सही हो सकेगी। हड़़ताल खत्म होने की घोषणा रविवार को कर्मचारी संघ के नेता,उर्जा मंत्री एके शर्मा और चेयरमैन एम देवराज की बैठक के बाद हुआ।शनिवार शाम हुई इसी तरह की बैठक बेनतीजा रही थी।

हम किसी भी कीमत पर उपभोक्ताओं को नुकसान नहीं देना चाहते।

अब संघर्ष समिति और कारपोरेशन कल सोमवार को हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखेगा। हड़ताल खत्म होने की घोषणा के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से कर्मचारियों की सभी मांगों पर सकारात्मक तरीके से विचार किया जा रहा है।हड़़ताल के दौरान जिन कर्मचारियों को सरकार ने बर्खास्त किया था, उन्हें अब वापस लिया जायेगा। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर उपभोक्ताओं को नुकसान नहीं देना चाहते हैं। कर्मचारी हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे अभी समझौते को लागू करने का आश्वासन दिया गया है। इस वजह से हड़ताल वापस ले रहे हैं।

1,332 कर्मियों की सेवा समाप्त की गई थी समाप्त।

शनिवार को बिजली ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि आज विभाग के 22 कर्मियों पर आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (एस्मा) के तहत प्राथमिकी की कार्रवाई का निर्णय लिया गया है। इनमें से कुछ लोगों को निलंबित भी किया गया है। इसके अलावा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले और सरकारी काम में बाधा डालने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक ऐसे 29 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है।

ऊर्जा मंत्री ने कहा था कि पिछले 24 घंटों में संविदा पर काम करने वाले 1,332 कर्मियों की सेवा समाप्त की गई है। मैं संविदा पर काम करने वाले सभी कर्मियों से निवेदन करता हूं कि चार घंटे के अंदर, शाम छह बजे तक, अपनी डयूटी पर हाजिर हों, ऐसा नहीं होने पर उन्हें आज रात ही बर्खास्त कर दिया जाएगा।

(सौ स्वराज सवेरा)