पटना: बिहार में विधान परिषद (bihar mlc election 2022) की सात सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए NDA के चारों प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिया. इस मौके पर CM नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय एवं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के साथ एनडीए के अन्य नेताओं की मौजूदगी रही. ललन सिंह और उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी ने समर्पित कार्यकर्त्ता को टिकट दिया है. वहीं महागठबंधन में जारी घमासान पर दोनों नेताओं ने कहा कि उन लोगों में हमेशा सिर फुटौवल की स्थिति बनी रहती है.
maithilinewsnetwork
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एमएलसी प्रत्याशी के बारे में कहा कि नीतीश कुमार ने फैसला किया कि जो पार्टी के साथ जुड़े समर्पित कार्यकर्त्ता हैं. उनको जगह मिलना चाहिए. जो पार्टी का वर्षो से निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहा है. और कभी कुछ नहीं मांगा और उन्हीं लोगों को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. वहीं महागठबंधन में जारी घमासान पर ललन सिंह ने कहा कि कौन अटूट है और कौन टूट है ये उनसे पूछिए. ये उनके बीच का मामला है.

महागठबंधन में टूट को लेकर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि कांग्रेस और उन लोगों के बीच का मामला है. हमेशा सिर फुटौवल की स्थिति बनी रहती है. इस पर हमलोग क्या बार-बार टिप्पणी करे. कौन किसको तरजीह दे रहा है कि नहीं ये उनका विषय है. उन्होंने कहा कि कहने के लिए सब कहते हैं कि हम एकजुट हैं लेकिन बाहर हमेशा सिर फुटौवल की स्थिति बनी रहती है. वहीं एमएलसी प्रत्याशी को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी ने समर्पित कार्यकर्त्ता को टिकट दिया है.

बता दें कि जेडीयू प्रत्याशी रविन्द्र सिंह और आफाक अहमद खां वहीं बीजेपी प्रत्याशी अनिल शर्मा और हरि साहनी ने विधानसभा के प्रभारी सचिव पवन कुमार पांडेय के समक्ष नामांकन का पर्चा भरा है. इससे पहले राजद के तीन उम्मीदवार मुन्नी रजक, युवा शाखा के प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहैब और अशोक कुमार पांडेय सभी तीनों प्रत्याशियों ने नामांकन का पर्चा भर दिया है. एमएलसी चुनाव को लेकर महागठबंधन में घमासान मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि राजद और कांग्रेस अलग हो गई है.

maithilinewsnetwork