विभिन्न प्रखंडों में कैंप लगाकर मरीजों को दी जा रही सुविधा

करीब 350 लोगों को निशुल्क एमएमडीपी किट का किया जा वितरण

#MNN@24X7 दरभंगा. विभाग की ओर से फाइलेरिया रोगियों को स्व उपचार के लिये एमएमडीपी किट उपलब्ध कराया जा रहा है. यह अभियान पूरे 18 प्रखंड में चलाया जा रहा है. इसके तहत शनिवार को सिंहवाड़ा पीएचसी प्रभारी डॉ प्रेमचंद्र प्रसाद की मौजूदगी में शिविर लगाकर 30 मरीजों को किट प्रदान किये गये है. इस किट में मरीजों को प्लास्टिक का टब व मग, साबुन, तौलिया, कॉटन, सोफ्रामाइसिन क्रीम दिया गया.

विभागीय जानकारी के अनुसार अब तक करीब 150 मरीजों को यह किट दिया जा चुका है. इसमें बेनीपुर, केवटी, सिंहवाड़ा, हनुमान नगर ब्लॉक शामिल है. शेष बजे 350 किट मरीजों को यह किट दिया जायेगा. इसके लिये सभी प्रखंडों के आंगनवाड़ी सेविका व आशा कार्यकर्ताओं को किट वितरण से पहले लोगों को जानकारी देने को कहा गया है, ताकि फाइलेरिया मरीजों तक किट मुहैया करायी जा सके. मौके पर स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीजों को रोजाना इस किट के इस्तेमाल की जानकारी दी.

साथ ही मरीजों को नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी, ताकि पैरों में सूजन को रोका जा सके. मौके पर बीएचएम विजय कुमार लाल दास, भीडीसीओ आशुतोष कुमार, भीबीडी कंसलटेंट बबन प्रसाद, केयर के मनीष कुमार आदि स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.

ऐसे करें किट का प्रयोग

पहले पैरों को सादे पानी से टब में रख कर धुलना होता है, फिर हाथों में साबुन लगा कर धीरे- धीरे प्रभावित अंग पर लगाएं. इसके बाद तौलिये की सहायता से धीरे- धीरे सुखाएंगे और फिर क्रीम लगाएंगे. पैरों को लटका कर नहीं बैठना है. उसे टेबल या बिस्तर पर टिकाकर रखना है. इस प्रकार रोजाना करने से मरीजों को लाभ मिलेगा.

निःशुल्क मिलती है दवा

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ जेपी महतो ने बताया कि फाइलेरिया के कारण अंगों में आए सूजन को समाप्त नहीं किया जा सकता है, लेकिन इस बीमारी से बचाव का उपाय यह है कि पांच वर्षों तक सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम के तहत निशुल्क दवा का सेवन किया जाए. यह दवा सिर्फ दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर तौर पर बीमार लोगों को नहीं खानी होती है. फाइलेरिया के कारण हाइड्रोसील होने पर उसका इलाज हो जाता है और निःशुल्क सर्जरी सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है. फाइलेरिया से बचाव के लिए घर के आस-पास साफ- सफाई और मच्छरों से बचाव का भी एक कारगर उपाय है.