#MNN@24X7 लहेरियासराय, 23 सितम्बर 2022 :- बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला शाखा – दरभंगा की ओर से लहेरियासराय स्थित कर्मचारी महासंघ कार्यालय में राष्ट्रकवि स्वर्गीय रामधारी सिंह दिनकर की 114वीं जयंती दिवस पर उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया गया।
इस अवसर पर कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष साथी अश्वनी कुमार झा की अध्यक्षता में सभा आयोजित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए और अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री फूल कुमार झा ने कहा कि स्वर्गीय रामधारी सिंह दिनकर राष्ट्र कवि के साथ-साथ महान क्रांतिकारी कवि थे। वे दो-दो बार राज्यसभा के सदस्य मनोनीत किए गए। आजादी के संग्राम में दिनकर जी के कविताएं ज्वाला की धधकती लै की तरह आंदोलन को विस्तार किया।
जब संसद परिसर में एक बार भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का पाँव सीढ़ी से फिसल गया, तो पीछे चल रहे दिनकर जी ने उनका हाथ थाम लिया तथा कहा कि जब राजनीति पिछलती है, तो साहित्य उसे थाम लेता है। उनकी कविता समाजवाद से ओतप्रोत थी। उन्होंने लिखा है “शांति नहीं तब तक, जब तक सुखभोग न नर का सम हो, नही किसी को बहुत अधिक हो, तो नही किसी को कम हो”।
इस अवसर पर महासंघ के संयुक्त मंत्री अरविंद कुमार राय ने कहा कि उन्होंने देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू जी की गलत नीतियों की कविता के जरिए आलोचना किया करते थे तथा सरकार के गलत नीतियों का आलोचना करते थे। वहीं नेहरु जी से उनका अच्छा संबंध था, इसके बावजूद भी दिनकर जी ने अपनी कलम के साथ कभी भी समझौता नहीं किया।
इस अवसर पर तारा कांत पाठक, कृष्ण मोहन ठाकुर, भाग नारायण यादव, फकीरा पासवान, राज कुमार राम, वरुण प्रसाद इत्यादि ने विचार व्यक्त किया तथा श्रद्धांजलि अर्पित किया।