#MNN@24X7 पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले का पीलीभीत टाइगर रिजर्व वैसे तो बिल्ली की बड़ी प्रजातियों टाइगर, तेंदुआ आदि के लिए जाना जाता है,लेकिन हाल ही में पीलीभीत के एक गांव स्थित गन्ने के खेत में दुनिया की सबसे छोटी बिल्ली प्रजाति का शावक मिला है।वन विभाग और वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के संयुक्त ऑपरेशन के जरिए शावकों को उनकी मां से मिलाया गया।
बता दें कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व तराई में स्थित एक खूबसूरत जंगल है।यह जंगल लगभग 73000 हेक्टेयर में फैला हुआ है।जंगल से सटकर सैकड़ों गांव बसे हुए हैं।कई बार जंगल से निकल कर वन्यजीव आबादी का रुख कर लेते हैं, जिससे आए दिन यहां आबादी के बीच बाघ और तेंदुए के वीडियो सामने आते रहते हैं।
मजदूरों ने समझा था तेंदुआ।
इस बार पीलीभीत के सूरजपुर गांव से एक नया मामला सामने आया है।गांव के एक खेत में गन्ने की फसल की कटाई का काम चल रहा था।इस दौरान मजदूरों की नजर रस्टी स्पॉटेड कैट के कुछ शावकों पर पड़ी। ग्रामीणों ने तेंदुआ समझ कर फौरन सूचना वन विभाग को दी।सूचना मिलने पर वन विभाग और वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया की रैपिड रिस्पांस टीम ने मौके पर शावकों को सुरक्षित कर कैमरा ट्रैप व अन्य आवश्यक कार्य कर ऑपरेशन चलाया।अगले दिन इन शावकों की मां सकुशल अपने बच्चों को ले जाती कैमरे में कैद हुई।
काफी कम नजर आती है प्रजाति।
वैसे तो बाघ और तेंदुए जैसी बिल्ली प्रजातियों को खास माना जाता है,लेकिन यह जंगल और आबादी में कई बार नजर आ जाते हैं,लेकिन रस्टी स्पॉटेड कैट अपने शर्मीले स्वभाव के कारण बहुत ही कम नजर आती है। जिससे इसके स्वभाव आदि के बारे में कुछ अधिक जानकारी अब तक रिकॉर्ड में नहीं है।
बताते चलें कि पीलीभीत टाइगर रिज़र्व उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले और शाहजहांपुर जिले में स्थित है,जो ऊपरी गंगा के मैदान बायोग्राफिकल प्रांत में तराई आर्क लैंडस्केप का हिस्सा है। पीलीभीत टाइगर रिज़र्व से कुछ नदिया, जैसे शारदा, चूका और माला, खाननॉट होकर निकलती है। लंबी घास के मैदानों और नदियों से समय-समय पर बाढ़ द्वारा बनाए गए दलदल यहां की विशेषता है।इसकी सीमा पर शारदा सागर बांध है,जो 22 किमी की लंबाई तक फैला है। यह भारत-नेपाल सीमा पर हिमालय की तलहटी और उत्तर प्रदेश में तराई के मैदानों के साथ स्थित है। यह तराई आर्क लैंडस्केप का हिस्सा है। यह भारत के 51 प्रोजेक्ट टाइगर टाइगर रिजर्व में से एक है।
(सौ स्वराज सवेरा)