#MNN@24X7 वैशाली, हाजीपुर सदर अस्पताल में डेंगू मच्छरों का प्रजनन हो रहा है। इस अस्पताल में लापरवाही का आलम यह है कि यहां इलाज के साथ-साथ बीमारी फैलाने का भी काम किया जा रहा है, इमरजेंसी के पास, दवा काउंटर के नजदीक और सिविल सर्जन ऑफिस के पास जल जमाव देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि डेंगू का कहर अन्य वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष ज्यादा देखा जा रहा है, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक यहां 273 डेंगू से पीड़ित लोग मिल चुके हैं। वहीं, एक दिन में हुए 21 बल्ड टेस्ट में 11 नए मरीज मिले हैं, जबकि इससे कहीं ज्यादा मरीज का इलाज निजी नर्सिंग होम और घरों पर भी किया जा रहा है।
राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सवाल उठाते हुए कहा कि डेंगू के लिए दस बेड का वार्ड बनाया गया है, ये कोई खबर नहीं है। खबर तो ये होनी चाहिए की बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था है ही नहीं। पूरे पदयात्रा के दौरान प्रखंड, पंचायत और गांव के स्तर पर कहीं कोई स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं दिखी। अभी तक मैं जहां भी गया हूं मुझे एक भी ऐसा अस्पताल, सब सेंटर और पीएचसी नहीं दिखा जहां पर डॉक्टर हों, दवा बंट रही हो और मरीज हो, लोग पूरी तरीके से ग्रामीण चिकित्सकों पर निर्भर हैं।
बता दें कि प्रशांत किशोर बीते एक साल से पदयात्रा कर रहे हैं। इन दिनों वे सीतामढ़ी में पदयात्रा कर रहे हैं। ये यात्रा पश्चिमी चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम से शुरू होकर पूर्वी चंपारण, शिवहर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर के रास्ते अब सीतामढ़ी में है।