#MNN@24X7 दरभंगा मिथिलांचल का बहुप्रतीक्षित तथा बिहार का दूसरा एम्स जल्द मिल सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने अपनी सहमति जताते हुए, शोभन बाईपास वाली जमीन पर एम्स की नई डिजाइन पर मुहर लगा दी है। माना जा रहा है कि, जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। केंद्र सरकार की शर्तों में दरभंगा एम्स को फोरलेन की कनेक्टिविटी, जमीन समतल कर बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करना शामिल था। केंद्र से अनुरोध किया गया था कि दरभंगा में ऐसी डिजाइन का एम्स बने जो स्थानीय जरूरतों को पूरा करें। जिसे राज्य सरकार ने पूरा कर लिया है।

वही जदयू प्रवक्ता सह बेनीपुर विधानसभा के विधायक विनय चौधरी ने बताया कि बहुत दिन से मिथिलांचल के लोग एम्स चाह रहे थे, उसकी सहमति मिल जाए। सहमति मिलने में जितना समय लगा। मुझे लगता है की समय पर निर्णय होता तो उसका शिलान्यास समारोह में हमलोग भाग लेते। बरहाल सहमति, स्वीकृति उन्होंने दे दी है। बहुत जल्द कार्य प्रारंभ कर देंगे। हाल में मुख्यमंत्री ने दरभंगा के DMCH में 21 सौ बेड का शिलान्यास किया है। ये दरभंगावासी के लिए खुशी की बात है। एक तरफ 21 सौ बेड का डीएमसीएच और दूसरा एम्स भी मिल गया। हमलोग तो कहते ही थे जल्दी से स्वीकृति दे दीजिए। हमलोग ने तो टेंडर प्रक्रिया भी प्रारभ कर रखा है। अब जब स्वीकृति मिल गई है। डिजाइन की भी सहमति मिल गई है। हमलोग टेंडर का अंतिम रूप देकर जल्द काम प्ररभ कर देंगे। ताकि एम्स का निर्माण वहा जल्द हो जाए।

वही एम्स के रास्ता साफ होता देख स्थानीय लोगो के बीच काफी खुशी है। वही राकेश कुमार झा ने बताया की हमलोग दरभंगा एम्स के बारे में बहुत दिन से सुन रहे थे। दरभंगा एम्स में राजनीति भी हुई। लेकिन अब केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार का जो डिजाइन है। उसको पास कर दिया है। हमलोग के लिए खुशी की बात इससे ज्यादा क्या हो सकती है। वही उन्होंने कहा कि पहले हमलोग एम्स के लिए पटना जाते थे। अगर वहां समाधान नहीं होता, तो मरीज को लेकर दिल्ली जाते थे। लेकिन अब नजदीक में, घर में एम्स बनेगा तो इससे इलाज में सहूलियत होगी। इससे सिर्फ दरभंगा के लोगो को ही नही। बल्कि, इसके आसपास के जिले सहित पड़ोसी देश नेपाल के लोगो को सीधा लाभ मिलेगा। ये पूरे शहर के लिए खुशी की बात है।

बताते चले कि वर्ष 2015 के बजट भाषण में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बिहार में दूसरा एम्स बनाने की घोषणा की थी। पांच साल बाद 2020 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय कैबिनेट से दरभंगा में एम्स बनाने की मंजूरी दी गई तो राज्य सरकार ने जमीन चिह्नित करने का काम शुरू किया। पहले डीएमसीएच अस्पताल परिसर में एम्स बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार ने पास किया। लेकिन, बाद में राज्य सरकार ने पाया कि एक ही परिसर में दो-दो अस्पताल बनने से यह साधारण अस्पताल बनकर रह जाएगा। जिसके बाद राज्य सरकार ने शोभन बाइपास में बिहार के दूसरे एम्स के निर्माण का नया प्रस्ताव 7 दिसंबर 2023 को केंद्र को दिया था। प्रस्ताव में केंद्र सरकार की आवश्यक शर्तों को राज्य सरकार ने मान ली थी, जिसके बाद केंद्र सरकार राज्य सरकार से सहमत हो गई है।