बेनीपुर। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) बेनीपुर एवं अलीनगर का संयुक्त कार्यकर्ता सम्मेलन नागा अर्जुन स्टेडियम बेनीपुर में अमोला देवी एवं सजनी देवी की अध्यक्षता में अंचल मंत्री रामधनी झा संचालन में संपन्न हुआ। बैठक को संबोधित करते हुए सीपीआईएम के जिला सचिव अविनाश कुमार ठाकुर मंटू ने कहा कि बिहार में बुलडोजर राज का तांडव गरीबों एवं भूमिहीनों के खिलाफ शुरू है। बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से आमजन त्रस्त है। पटना और दिल्ली की सरकार किसान मजदूर विरोधी और कारपोरेट पक्ष की सरकार है। गरीब हीतैसी एवं कल्याणकारी योजनाओं को धीरे धीरे खत्म कर देना चाहती है।
कार्यक्रम को सीपीएम जिला सचिव मंडल सदस्य सह खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला मंत्री दिलीप भगत ने कहा कि भाजपा-जदयू सरकार के सुशासन, न्याय के साथ विकास और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलेरेन्स जैसे नरेटिव न केवल ध्वस्त हुए हैं, बल्कि उनकी धर्मनिरपेक्षता आज पूरी तरह भाजपा के सांप्रदायिक-उन्मादी-बुलडोजर अभियान के सामने नत मस्तक हो चुकी है। इस सरकार के डेढ़ दशक के शासन काल में बिहार, भारत के गरीब राज्यों में सबसे निचले पायदान पर खड़ा है। नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रति व्यक्ति आय, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार सहित मानव विकास सूचकांक में राज्य की स्थिति बदतर बनी हुई है। बेरोजगारी, गरीबी, शिक्षा व स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, बिजली, कुकिंग, स्कूलों में छात्रों की भागीदारी, महिला सुरक्षा आदि सभी मानदंडों पर नीतीश के शासन में बिहार रसातल में चला गया है।
सीपीएम नेताओं नें कहा कि बहुआयामी गरीबी सूचकांक के अनुसार बिहार में 51.9 प्रतिशत जनसंख्या गरीब है। अफसरी लूट और संस्थागत भ्रष्टाचार नित्य नए रिकार्ड बना रहे हैं। सरकार संरक्षित घोटालों की लंबी फेहरिस्त है। ट्रांसफर-पोस्टिंग व कुलपतियों की बहाली का खेल भ्रष्टाचार का एक नया जरिया बना हुआ है। राजधानी पटना से लेकर सुदूर ग्रामीण इलाकों में महादलितों-गरीबों की झोपड़ियों को मटियामेट कर देने के लिए इनका बुलडोजर मुंह बाए खड़ा है। मॉब लिंचिंग, अपराध का लगातार बढ़ता ग्राफ, दलितों-महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों पर हिंसा, दलित-गरीबों की जमीन से बेदखली, जहरीली शराब के जरिए जनसंहार, ड्रग्स जैसे मादक पदार्थों के जरिए नौजवानों के जीवन की तबाही, बेरोजगार युवकों की लगातार बढ़ती फौज, कमरतोड़ महंगाई, मजदूरों का पलायन, कृषि की तबाही, पर्यावरण का विनाश-आज के बिहार का सच साबित हो गया हैं।
सीपीएम के नेताओं ने कहा कि इस राज में दरभंगा के साथ भी उपेक्षा किया गया हैं। बाढ़ के समाधान के बदले इस पूरे इलाके को स्थायी जल-जमाव व डूबा क्षेत्र में तब्दील किया जा रहा हैं। बन्द-कल कारखाने को चालू करने के बदले उन कारखानो की जमीन व संसाधन पर सरकार के लोग गिध्द दृष्टि लगाए हुये हैं। हत्या-अपराध की घटनाएं लगातार बदस्तूर जारी हैं। सीपीएम ने कहा कि भाजपा-जदयू के जनविरोधी, दमनकारी सरकार है। राशन कार्ड में बिहार के 30 लाख गरीब भूमि दलित अल्पसंख्यक के कार्ड कटौती को सीपीएम बर्दाश्त नहीं करेगी।
बेनीपुर में डिग्री कॉलेज निर्माण करने, बैंगनी में रेलवे हॉल्ट निर्माण करने, बेनीपुर मनिगाछी मार्ग को दोहरीकरण और चौरी करण करने, सकरी हसनपुर रेल परियोजना लाइन को पूरा करने, बैगनी पुल निर्माण में शिथिलता को तेज करने, की मांग एवं बुलडोजर राज के खिलाफ, इन्हीं जन मांगों को लेकर दरभंगा जिला समाहर्ता के समक्ष 15 जून को जन आक्रोश रैली को में बेनीपुर और अलीनगर के गांव-गांव से हजारों की संख्या में शामिल होने का प्रस्ताव पास किया गया।
कार्यक्रम को महेश सहनी, काशीनाथ ठाकुर, उमाकांत यादव, रमन पासवान, लक्ष्मी नारायण झा, परवेज आलम, उपेंद्र राम, बासुदेव राम, चलितर पासवान, बिंदेश्वर पासवान, लालू राम, सोएब लहरी, मो. रिजवी, राजेश पासवान, ठाकको सहनी आदि ने संबोधित किया।