अंतर्जातीय विवाह करने वाले दो लाभुकों को मिला एक-एक लाख रुपये का डम्मी चेक।

#MNN@24X7 दरभंगा, 20 मई, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार के प्रांगण में आयोजित दिव्यांगजनों के बीच बैटरी चालित ट्राई साईकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
   
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार के माननीय मंत्री मदन सहनी को पुष्प गुच्छ प्रदान कर नगर आयुक्त-सह-प्रभारी जिलाधिकारी कुमार गौरव द्वारा हार्दिक अभिनंदन किया गया।
      
कार्यक्रम में उपस्थित अपर समाहर्ता-सह-अपर जिला दंडाधिकारी राजेश झा राजा, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता एवं वरीय उप समाहर्ता गौरव कुमार को सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नेहा कुमारी ने पुष्पगुच्छ प्रदान कर हार्दिक अभिनंदन किया।
       
बहादुरपुर निवासी हर्षना राज पति श्रेस्कर सिन्हा को मुख्यमंत्री अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत एक लाख रुपये का डम्मी चेक तथा मुख्यमंत्री दिव्यांगजन विवाह प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत गुड़िया कुमारी एवं उनके पति कन्हैया कुमार को एक लाख रुपये का डम्मी चेक माननीय मंत्री के कर कमलों से प्रदान किया गया।
      
इसके उपरांत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय मंत्री ने कहा कि बैटरी चालित ट्राई साईकिल योजना पूर्व से संचालित है, लेकिन विशेष परिस्थिति में, विशिष्ट योग्यता रखने वाले दिव्यांगजनों को ही यथा-उत्कृष्ट खिलाड़ी या किसी अन्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य वाले व्यक्तियों को ही प्रदान करने का प्रावधान था।
     
माननीय मंत्री जी ने कहा कि जब वे समाज कल्याण विभाग के मंत्री बने तो उनके प्रयास से दो-चार लोगों को बैटरी चालित ट्राई साईकिल दिया गया था।
   
मुख्यमंत्री के जनता दरबार में कई दिव्यांगजन इस समस्या को लेकर मिले थे, जिसके बाद माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश के आलोक में प्रतिवर्ष दस हजार बैटरी चालित ट्राई साईकिल वितरण करने का निर्णय समाज कल्याण विभाग द्वारा लिया गया।
   
बैटरी चालित ट्राई साईकिल, कम से कम 60 प्रतिशत दिव्यांगता वाले शिक्षा प्राप्त करने, कारोबार करने या नौकरी पेशा करने के लिए प्रतिदिन कम से कम तीन किलोमीटर की दूरी तय करने वालों को, प्रदान करने का प्रावधान है।
   
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर जब वे बिरौल की ओर जा रहे थे, तो लहेरियासराय गुमटी से दोनार तक सैकड़ों दिव्यांगजनों को बैटरी चालित ट्राई साईकिल से जाते हुए देखा था। उस दिन जिला स्तर से वितरण किया गया था और आज भी वितरण किया जा रहा है।
    
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आवेदन से चयनित 86 लाभुकों में से 81 लाभुक आज उपस्थित हैं।
    
उन्होंने कहा कि आप समझ सकते हैं कि मुख्यमंत्री कितनी संवेदनशीलता से तुरंत निर्णय लेते हैं। उनके निर्णय के आलोक में ही आज आपको बैटरी चालित ट्राई साईकिल मिल रहा है।
    
इस वर्ष मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए 10 हजार की सीमा को समाप्त कर दिया है। अब एक वर्ष में जितने भी योग्य लाभुकों का आवेदन प्राप्त होगा उन सभी को इस योजना का लाभ मिलेगा।
     
उन्होंने कहा कि आठ महीने पहले ही इस योजना को शुरू किया गया था और आठ महीना के अंदर ही एक वर्ष में 10 हजार बैटरी चालित ट्राई साईकिल वितरण की सीमा को पर करते हुए असीमित कर दिया गया है। इसलिए अगले साल 10 हजार से ज्यादा आवेदकों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
      
उन्होंने उपस्थित सभी दिव्यांगजनों को अपनी शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि आप दिव्यांगजन होने के बावजूद भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और अपना कारोबार चला रहे हैं या नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप अपने लक्ष्य में सफल हो और आपकी निर्भरता दूसरे पर कम हो,आप स्वयं अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें,यही हमारी शुभकामना है।
      
उन्होंने सभी दिव्यांगजनों को सावधानीपूर्वक ट्राई साईकिल चलाने का सुझाव दिया।
       
उन्होंने कहा कि अंतर्जातीय विवाह को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दो लाभुकों को एक-एक लाख रुपये का डम्मी चेक प्रदान कर लाभ दिया गया है। इस योजना का उद्देश्य है अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित कर समाज में समरसता पैदा करना।।    
    
उन्होंने बताया कि अंतर्जातीय विवाह करने वाले लाभार्थियों को दो वर्ष के अंदर आवेदन करना आवश्यक है, तब ही इस योजना का लाभ उन्हें मिल सकता है। विवाह के दो वर्ष बीत जाने के बाद इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। इसलिए विवाह के 2 वर्ष के अंदर ऑनलाइन आवेदन करें। इस योजना में प्रावधान है कि पहले आओ पहले पाओ।
        
उन्होंने कहा की इतनी उमस और गर्मी में भी सभी लोग उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाए हैं इसके लिए उपस्थित सभी लोग धन्यवाद के पात्र हैं।

कार्यक्रम में रेड क्रॉस के सचिव मोहन सरावगी एवं समाज कल्याण विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।