MNN24X7 सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है,जिसे देखकर आपको हैरानी तो होगी ही और साथ ही आप अपनी हंसी भी नहीं रोक पाएंगे।वायरल वीडियो में एक शख्स जो कि मजदूर है।हाड़ कंपा देने वाली ठंड से बचाव के लिए उसने एक नहीं दो नहीं बल्कि 11 टोपे और 21 स्वेटर और शर्ट पहन रखी है।साथी मजदूर ने उसके कपड़ों की गिनती करते हुए वीडियो बना ली और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

न मैं दिल में आता हूं न समझ में आता हूं, इतनी सर्दी में मैं कहीं नहीं आता-जाता हूं।इस समय उत्तर भारत में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़़ रही है। कोई ही अपनी रजाई से निकल कर बाहर जाना चाहेगा,लेकिन वो कहते हैं न कि इंसान की इच्छानुसार सब कुछ कहां होता है।रोजमर्रा की जरूरतों के लिए हमें आपको और लगभग सभी को किसी न किसी कारण बाहर जाना ही पड़ता है।ऐसे में हाड़ कंपा देने वाली ठंड से बचाव के लिए लोग तरह तरह के उपाय भी करते है।

21 स्वेटर-जैकेट और 11 टोपे

दरअसल ये वायरल वीडियो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ज़िले के देवबंद का बताया जा रहा है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड से बचने के लिए जहां एक तरफ लोग आमतौर पर एक या दो स्वेटर या फिर स्वेटर के ऊपर जैकेट फिर उसके ऊपर टोपी लगा लेते हैं।वहीं इस वीडियो में एक शख्स जो कि मजदूर है सर्दी से बचने के लिए उसने एक नहीं दो नहीं बल्कि 11 टोपे और 21 स्वेटर और शर्ट पहन रखी हैं।वीडियो में मौजूद शख्स मजदूरी करने गया तो उसके साथी मजदूर ने उसके कपड़ों की गिनती करते हुए वीडियो बना ली और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।इसके बाद देखते ही देखते यह वीडियो इंटरनेट पर ट्रेंडिंग हो गया। अब तक यह वीडियो कई हजार लोगों द्वारा शेयर किया जा चूका है।

ठंड के खूब लें मजे, लेकिन रहे सावधान

वैसे देखा जाए तो ठंड के मौसम का भी अपना एक अलग ही मजा है।शीतलहर से बढ़ी ठंड तीखा-मीठा और स्वादिष्ट खाने के साथ-साथ घूमने-फिरने के शौकीनों को खूब भा रही है। उनका दिल कर रहा कि इस मौसम का खूब मजा उठाया जाए, लेकिन ये मौसम ऐसे कई शौकीनों को दिल का रोगी भी बना रहा है।जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में इन दिनों कई ऐसे नए रोगी पहुंच रहे हैं जिनका दिल दगा दे रहा है। उन्हें अटैक, ब्रेन स्ट्रोक या इससे जुड़ी समस्या पैदा हो रही है। इनमें कई तो काफी कम उम्र के हैं। डॉक्टर इन्हें दवाइयों के साथ ठंड से बचने और दिल का खास रखने की सलाह दे रहे हैं।

(सौ स्वराज सवेरा)