●बेहतर शिक्षण कौशल से छात्रों के बीच अमर रहेंगे सरदार अरविंद सिंह: जमशेद आलम।

●मिल्लत कालेज में सरदार अरविंद सिंह की याद में अरदास सभा आयोजित।

#MNN@24X7 दरभंगा, स्थानीय मिल्लत महाविद्यालय, लहेरियासराय, में महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य सरदार डॉ. अरविंद सिंह के निधन पर अंतिम अरदास सभा का आयोजन प्रधानाचार्य प्रो. मो. इफ्तिखार अहमद की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रधानाचार्य प्रो. मो. इफ्तिखार अहमद ने कहा कि सरदार अरविंद सिंह विनम्र स्वभाव के धनी थे। उनकी कार्यकुशलता का पूरा विश्वविद्यालय सदा कायल रहा। उन्होंने अपने कार्यशैली से शैक्षणिक जगत में मिसाल कायम किया। शिक्षक, कर्मी व छात्र सब सरदार अरविंद सिंह के मुरीद थे। उन्हें जहां जिस कार्य का प्रभार मिला उन्होंने उसे बखूभी निभाया, चाहे वो एक शिक्षक, एक प्रधानाचार्य व दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक का पद हो। सरदार अरविंद सिंह एक महान शिक्षाविद् एवं प्रशासक के रूप में सदैव याद किये जायेंगे। उनके विचार सदैव हमलोगों के लिये प्रेरणास्रोत रहेंगे। अल्लाह उनके रूह को शांति प्रदान करें और उन्हें जन्नत अता करें। इस दुख की घड़ी में हमलोग उनके परिवार के साथ खड़े हैं।

महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. मो. जमशेद आलम ने कहा कि मिल्लत कॉलेज दरभंगा व महारानी कल्याणी महाविद्यालय, लहेरियासराय, दरभंगा के पूर्व प्रधानाचार्य सह दूरस्थ शिक्षा निदेशालय, मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के पूर्व निदेशक सह सेवानिवृत्त शिक्षक सरदार डॉ. अरविंद सिंह का मुंबई में विगत 24 मार्च को निधन हो गया है। वह 22 मार्च को दरभंगा से मुंबई गए ही थे और 24 मार्च को उनका निधन हो गया। स्वर्गीय सरदार अरविंद सिंह मेरे छात्र जीवन के उस्ताद भी रहे हैं, इंटरमीडिएट के दौरान सीएम साइंस कॉलेज में वह मुझे बॉटनी पढ़ाते थे और मैं घर पर भी उनसे बॉटनी पढ़ने जाता था, अपने समय के बॉटनी के बड़े शिक्षक थे, इत्तेफाक की बात है कि मेरी नियुक्ति के बाद वह मिल्लत कॉलेज में प्रधानाचार्य बनकर आए मुझे दोहरी खुशी हुई कि मेरे उस्ताद मेरे कॉलेज के प्रधानाचार्य भी हैं उनके निधन की खबर सुनकर हमें बेहद अफसोस हुआ क्योंकि मेरे प्रधानाचार्य के साथ-साथ वह मेरे उस्ताद भी थे। सरदार अरविंद सिंह एक बेहतरीन शिक्षक के रूप में स्टूडेंट के बीच में अमर रहेंगे। अल्लाह ताला उसको जन्नत में आला से आला जगह नसीब अता फरमाए।

इस अरदास सभा में महाविद्यालय के सभी शिक्षक व कर्मी उपस्थित थे।