#MNN@24X7 आज दिनांक 25/5/23 को राजद जिलाध्यक्ष उदय शंकर यादव के संयोजन में चार प्रखंडो में अंबेडकर परिचर्चा कार्यक्रम हुई। जाले में रागनी पासवान के अध्यक्षता में, पूर्व वित्तमंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी,पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा,पूर्व विधायक भोला यादव,जिलाध्यक्ष उदय शंकर यादव मुख्य वक्ता रहे। ।तारडीह में प्रखंड प्रधान महासचिव सतीश चौपाल के अध्यक्षता में शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कुमर राय, महिला प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष यास्मिन खातुन, विनोद मिश्र मुख्य वक्ता रहे। हायाघाट में प्रखंड अध्यक्ष रईस अहमद के अध्यक्षता में पूर्व मंत्री श्याम रजक,पूर्व जिला पार्षद अमरेश यादव,बलराम राम मुख्य वक्ता रहे। मनीगाछी में प्रखंड अध्यक्ष मो० अलकामा के अध्यक्षता में पीएचडी मंत्री ललित यादव,उमेश राय,प्रदेश महासचिव बदरे आलम बदर,पूर्व विधायक रामचन्द्र यादव,छात्र नेता अरुण यादव मुख्य वक्ता रहे।

उदय शंकर यादव ने बिहार के लेलीन जगदेव बाबू के द्वारा कही बातों को दोहराते हुए कहा की “सौ में नब्बे शोषित है,नब्बे भाग हमारा है,नब्बे पर दस का शासन नहीं चलेगा” बिहार और देश में आजादी के पूर्व से बहुजनो का शोषण दमन होते आया है जब जन मशीहा लालू प्रसाद यादव सत्ता में आएं तो गरीबों,वंचितो को आवाज दिए तब जाकर बहुतायत में बराबरी का दर्जा मिली लेकिन अभी भी दलित वंचितों को संपूर्ण आजादी नहीं मिली।

अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि अंबेडकर,महात्मागांधी,सुभाष चन्द्र बोस,मौलाना अब्दुल कलाम आजाद,अशफाक उल्ला खान हमारे पुरखें है,पुरखों में विभेद नहीं होना चाहिए बल्कि उनके बताए रास्ता पर चलना चाहिए,उनकी परिचर्चा करना जिंदा कौम की निशानी है।

पीएचडी मंत्री ललित यादव ने कहा कि वर्ण व्यवस्था,मनुस्मृति पिछड़े,दलित,कमजोर को कमजोर बनाने के लिए बनाया गया था दो सौ वर्षों के शोषण और दमन के बाद बाबा साहेब ने संविधान का निर्माण कर हर वर्ग को बराबरी का मान्यता दी परन्तु केन्द्र की सरकार मनुस्मृति पुन: लागू करने के लिए सिलसिलेवार ढंग से संविधानिक व्यवस्था को रौंद रही है,समाप्त करना चाहती,बदलना चाहती है।

पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा की धर्म का राजनितिकरण करने वाले लोग अपने बच्चों को वैज्ञानिक आधार पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं, वहीं दुसरो को भाग्य और भगवान पर भरोसे चलने का संदेश देते हैं।अगर कोई पंडित मंदिर में पुजारी हैं तो उनका उदेश्य धन अर्जित कर अपने बच्चे उच्च शिक्षा दिलाना होता वहीं दलित पिछड़े अपने बच्चों को पढ़ाने में खर्च करने बजाय मंदिर और पुजा पाठ में खर्च कर देते हैं दलितों को उसका अधिकार संविधान से मिला है इसलिए संविधान का परिचर्चा करना उनका कर्तव्य बनता है।

पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा ने कहा कि अंबेडकर बाबा है तो पुरे देश के लिए बाबा है,गांधी बापू है तो पुरे देश के लिए बापू है इसे हर वर्ग को मानना होगा।

मौके पर SC,ST प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राजा पासवान,शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रवक्ता मोहन यादव,पूर्व प्रमुख गणेश पासवान,मो० इर्शाद,उपेन्द्र यादव,हृदय नारायण यादव,राम सकल यादव, बब्लू यादव(मुखिया) रंजित यादव (मुखिया) ने भी संबोधित किया।