21 अगस्त दरभंगा एम्स के मुद्दे पर ‘मिथिला बन्द’ व मिथिला राज्य को लेकर लड़ी जाएगी आक्रमक लड़ाई – एमएसयू।

#MNN@24X7 दरभंगा मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा आंठवा स्थापना दिवस का आयोजन रविवार को हराही पश्चिम स्थित बहुउद्देशीय भवन में किया गया । जिसे काफी हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रामउदित दास मौनी बाबा, जयशंकर झा, डॉ विद्यानाथ झा, राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य मोहन, विजयकांत, संजय मिश्र ने दीप – प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

शुरुआती कार्यक्रम का संचालन गोपाल चौधरी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ जयजय भैरवी गीत से हुआ जिसे गायक सोनू झा ने गया। अतिथि का स्वागत गीत प्रवीण यादव ने गाया। इस कार्यक्रम में मौथिली कलाकारों ने समा बांध रखा था। मैथिलि कलाकारों में आयुष्मान शेखर,शोभा भारती, गौरव झा, राजीव रंजन, राम बाबू रसिया, अभिनेष झा, मीनू ठाकुर, चाँदनी झा चकोर समेत दर्जनों गायक- गायिका उपस्थित रहे। सभी ने मिथिलावादी गानो से पुरे भवन को मिथिलामयी करने का काम किया।एमएसयू सेनानी मिथिलावादी गानो पर जमकर झूमें।

जिसके बाद मिथिलावाद पत्रिका संस्करण 2 विमोचन किया गया। प्रमुख अतिथियों ने पत्रिका का लोकार्पण किया। संपादक प्रियंका मिश्रा ने बताया कि संगठन पिछले 8सालो में लगातार बढ़ने का काम किया हैं। आज मिथिलावादी विचारधारा करोड़ो लोगो तक पहुंच चूका मिथिला का मुद्दा अब मिथिला तक सिमित ना रह कर पटना औऱ दिल्ली तक पहुंच चूका हैं। इसी प्रखर आवाज को पत्रिका के माध्यम से जन-जन तक पहुचाने का प्रयास किया जा रहा है ।

उपस्थित अतिथियों ने सेनानी को संबोधित करते हुए कहा कि – सत्ता में बैठे सरकारों को पता चल गया हैं मैथिलो को मिथिला स्टूडेंट यूनियन मिथिलावादी पार्टी एक करने का काम कर रहा हैं। वर्ष 2015 में चंद लोगो से शुरू हुआ संगठन में आज लाखों नौजवान जुड़ चुके हैं। हर रोज संगठन आगे को ओर बढ़ रहा हैं। अक्सर यह देखने को मिलता था की कोई राजनितिक पार्टी अपना छात्र संगठन बनाया हैं लेकिन पहली बार ऐसा हुआ हैं। जब छात्र संगठन होने के बाद राजनितिक संगठन बनाने का काम एमएसयू ने किया है। आज तमाम पंचायत चुनाव हो या निगम का चुनाव संगठन ने मजबूती अपने संघर्ष के बदौलत चुनाव में आने का काम किया औऱ चुनाव जितने का भी काम किया। आने वाले समय में संगठन विधानसभा औऱ लोकसभा चुनाव में भी इसे चुनौती के रूप में लेने का काम करेगा ।

एम्स को लेकर केंद्र व राज्य की सरकारें लगातार मूर्ख बनाते आ रही है। पिछले 08 सालों से एक पाले से दूसरे पाले करके लटकाने की साजिश कर रही है । मिथिला के लोगों का सबसे बडा दर्द यही है कि नीतीश कुमार मिथिला संबंधित किसी मुद्दे को समय पर पूरा होने दे ही नहीं सकते। कैसे भी करके काम को लटकाएंगे ही। एम्स को 6 साल तक अटका के रखा है। यह सरकार लगातार मिथिला के साथ छल करने का काम किया है। इसको लेकर आगे मिथिला बंद एवं अन्य प्रकार की योजना बनाने की आवश्यकता है ।

भौगौलिक, आर्थिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से मिथिला विपन्न हो गया है। ये स्वतंत्रता के बाद से शनैः-शनैः हरेक क्षेत्र म निचले पायदान पर आ गया है। केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा शोषण और उपेक्षा इतनी बढ़ती गई कि सारे उद्योग – धंधे समाप्त हो गए तथा उससे सम्बंधित कृषि का विनाश होता गया। प्रतिवर्ष बाढ़ एवं अकाल के तांडव तथा राजनेताओं के खोखले आश्वासन , छलावा एवं शोषण यहाँ की नियति बन गई।

अतः अगर शोषण तथा विकास को आधार मानकर राज्यो का निर्माण होता रहा है तो भी मिथिला राज्य का निर्माण परमावश्यक एवं समयानुकूल है। राज्य स्थापना के बाद ही इस क्षेत्र के सर्वागीण विकास की बात सोची जा सकती है। कृषि, उद्योग-धंधा, पर्यटन, शिक्षा एवं संस्कृति के विकास से ही इस क्षेत्र की दुर्दशा तथा बेरोजगारी का अंत हो सकता है।तथा लोगों को पलायन रुक सकता है।ये सभी बातें तभी सम्भव है जब इस क्षेत्र की जनता ‘पृथक मिथिला राज्य’ की स्थापना के लिए जागरूक, कटिबद्ध एवं आंदोलनरत हो।

प्रदेश अध्यक्ष सह जिप सदस्य अमित कुमार ठाकुर के नेतृत्व में कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष संगठन के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले संगठन के टॉप 50 कार्यकर्त्ता को सम्मानित करते हुए प्रशस्ति पत्र सौंपा गया। उसके बाद संगठन में सबसे ज्यादा योगदान देने के लिए अंकित आज़ाद को सर्वश्रेष्ठ सेनानी का उपाधि देते हुए शील्ड सौंम्पा गया। जिसे राष्ट्रीय टीम औऱ बिहार टीम के द्वारा सम्मानित किया गया।
धन्यवाद ज्ञापन मेजबान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने किया ।

इस कार्यक्रम में मिथिलावादी नेता अविनाश भारद्वाज, विद्या भूषण राय, गोपाल चौधरी संस्थापक अध्यक्ष अनूप मैथिल, जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष सह जिप सदस्य सागर नवदिया, जिप सदस्य सह राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष धीरज कुमार झा, महासचिव प्रियरंजन पांडेय, राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना, दरभंगा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार, सुभाष पासवान, दिलीप सिंह, रजनीश प्रियदर्शी, शिवेंद्र वत्स, प्रवेश झा, मधुबनी जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र रमण, सहरसा जिलाध्यक्ष टिंकू मैथिल, रतन मिश्रा, उदय नारायण झा, गोपाल ठाकुर एवं दर्जनों उच्च-पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।