कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय तेजी से कार्य संस्कृति में सुधार करते हुए सिस्टमैटिक हुआ है- प्रति कुलपति।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में योजनाबद्ध एवं दूरदर्शी सोच के साथ कार्य चल रहे हैं। विश्वविद्यालय की पहचान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो यह व्यवस्था भी की जा रही है। हम पत्रकारों, छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं पूरे समाज के सहयोग से नामांकन, परीक्षा एवं शोध सहित सभी शैक्षणिक, खेलकूद, सांस्कृतिक एवं इंफ्रास्ट्रक्चर में व्यापक सुधार करने में सफल हो रहे हैं।

हाल में परीक्षा की योजनाएं बेहतर बनी है, तभी हम आसानी से परीक्षा परिणाम दे रहे हैं। एडवांस रिसर्च सेंटर में कई छात्रोयोगी लैब स्थापित किए गए हैं, जहां पढ़ाई और शोध के कार्यों में शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को सुविधा होगी। बेहतर शिक्षकों के व्याख्यान ऑडियो तथा वीडियो माध्यम से रिकॉर्ड होंगे, जिसका लाभ देशभर के छात्र उठा सकेंगे। उक्त बातें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने जुबली हॉल में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कही।

कुलपति ने कहा कि यदि परिस्थितियां अनुकूल रही तो जुलाई- 2023 से मिथिला विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 लागू हो जाएगा। यदि हम सही ढंग से महसूस करें तो पता चलता है कि संस्थाएं जीवंत होती हैं। इस वर्ष के अनुभवों से हम बहुत कुछ सीख कर अगले वर्ष में और अच्छे कार्य कर सकेंगे। एक ही जगह पर खड़ा रहने से नहीं, बल्कि आगे बढ़ने से हमारी सभी लालसाएं पूरी होगी, क्योंकि रोम एक दिन में नहीं बसा था। हमें बदलती स्थिति में रहने का अभ्यास होना चाहिए, ताकि हम बेहतरीन बदलाव को आसानी से स्वीकार कर सकें। उन्होंने पत्रकारों द्वारा लॉ कॉलेज, डब्ल्यू आई टी, बी एड तथा डिस्टेंस आदि पर पूछे गए प्रश्नों का बेबाक ढंग से स्पष्ट उत्तर दिया।

अपने संबोधन में प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा ने नववर्ष- 2023 को सब के लिए सुखद होने की शुभकामना देते हुए सभी के स्वस्थ रहने की कामना की। प्रेस एवं मीडिया कर्मियों द्वारा विश्वविद्यालय के बेहतरीन रिपोर्टिंग हेतु धन्यवाद देते हुए कहा कि चालू वर्ष में कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय तेजी से कार्य- संस्कृति में सुधार करते हुए सिस्टमैटिक हुआ है। विश्वविद्यालय ने खेल- कूद तथा कला- संस्कृति आदि क्षेत्रों में भी काफी उपलब्धियां हासिल की हैं, जिन्हें अगले वर्ष में और भी बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा।

स्वागत एवं संचालन करते हुए कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने नववर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हमारी जिंदगी के एक और वर्ष बीत रहे हैं। आप सभी समाजहित एवं छात्रहित में समाचार देते रहे हैं। विश्वविद्यालय अपने सभी सत्रों की परीक्षाएं संपन्न कर रही है। वर्तमान समय में विश्वविद्यालय शैक्षणिक के साथ- साथ अपने सामाजिक दायित्वों का भी पूर्णतः निर्वहन कर रहा है। हाल ही में विश्वविद्यालय द्वारा गांवों को गोद लेकर वहां स्वच्छता, स्वास्थ्य, वृक्षारोपण तथा टीबी जागरूकता आदि कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विश्वविद्यालय के वित्तीय परामर्श कैलाश राम ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए 2022 बहुत सारी उपलब्धियों का वर्ष रहा है। वित्त किसी भी संस्था का रीढ़ होता है। इस मामले में भी विश्वविद्यालय बिहार में प्रथम स्थान पर स्थापित हुआ है। अगले वर्ष में हम सब इसे उच्चस्तरीय विश्वविद्यालय बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। आपलोगों के सकारात्मक सहयोग से विश्वविद्यालय नए वर्ष में और तेजी से आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो अजयनाथ झा, प्रेस व मीडिया इंचार्ज डा आर एन चौरसिया सहित अनेक विश्वविद्यालय कर्मी उपस्थित थे।